यूक्रेन और रूस के बीच भीषण जंग जारी है। इस बीच आई एक रिपोर्ट ने दुनिया वालों को हैरान कर दिया। दरअसल, रूस में कंडोम की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है। एक तरफ जहां जंग को लेकर लोग चिंता में है, तो वहीं दूसरी तरफ कंडोम की मांग बढ़ना लोगों को हैरान कर रही है। दरअसल, लोगों को डर है कि कहीं प्रतिबंध की वजह से यहां इसकी कमी न हो जाए। इसलिए लोग भर-भरकर कंडोम खरीद रहे हैं। यही वजह है कि प्रतिबंधों के बावजूद ड्यूरेक्स और अन्य ब्रांडों की निर्माता ब्रिटिश कंपनी रेकिट यूक्रेन में अपना व्यापार करना जारी रखा है।
रूस के सबसे बड़े ऑनलाइन रिटेलर वाइल्डबेरीज में पिछले साल की तुलना में मार्च के पहले दो हफ्तों में कंडोम की बिक्री में 170 फीसदी का उछाल देखा गया। प्रमुख फार्मेसी चेन 36.6 की बिक्री में 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। कुल मिलाकर, एक साल पहले की तुलना में केमिस्ट कंडोम की खरीद के मूल्य में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सुपर मार्केट की बिक्री में भी 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस एक साल में 600 मिलियन कंडोम का आयात करता है, जबकि यह उत्नादन महज 100 मिलियन ही करता है। रूस की रेकिट कंपनी 1,300 लोगों को रोजगार देती है और इससे मार्केट को सालाना करीब 400 मिलियन पाउंड मिलते हैं।
कंपनी ने एक बयान में कहा- हम स्थिति के हिसाब से काम कर रहे हैं। यहां रेकिट कंपनी का मार्केट पर 60 फीसदी तक कब्जा है। इसके ब्रांड ड्यूरेक्स, कॉन्टेक्स, हुसार आदि काफी प्रचलित हैं। रूसी उद्योग के मुताबिक रूस के कंडोम बाजार पर 95 फीसदी विदेशी कंपनियों का कब्जा है। रेकिट भी ब्रिटेन की कंपनी है। प्रीजर्वाटिव्नया सेक्स शॉप की को-ऑनर मालिक येसेनिया शमोनिना ने कहा- लोग भविष्य के लिए खरीदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कीमतें बढ़ने के बाद भी लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। ब्रांड के हिसाब से उपभोक्ता को 50 प्रतिशत तक अधिक पैसे चुकाने पड़ रहे हैं। रूसी रूबल लगातार नीचे गिर रहा है, इसलिए कीमतों पर असर सबसे अघिक है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से लगातार रूबल नीचे जार रहा है।