अमेरिका और नाटो ने अपनी पूरी ताकत लगा दी कि किसी तरह वह रूस को यूक्रेन पर हमला करने से रोक सके। लेकिन, पश्चिमी देशों की पूरी ताकत भी पुतिन को रूस पर हमला करने से नहीं रोक सकी। इस वक्त रूस की मिसाइलें जमकर यूक्रेन पर बरस रही हैं और रूसी सैनिक एक बार फिर से राजधानी कीव पर हमले तेज कर दिया है। जेलेंस्की लगातार नाटो और अमेरिका से रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए कह रहा है और साथ ही मदद भी मांग रहे हैं। जिसके बाद पश्चिमी देशों ने भारी संख्या में यूक्रेन को हथियार और आर्थिक मदद की है। जिसके बाद पुतिन और भी ज्यादा भड़क गए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि, यूक्रेन की अगर किसी ने मदद की तो इसका भयानक अंजाम भुगता होगा। ऐसा लगता है कि, नाटो और अमेरिका की मदद यूक्रेन को पूरी तरह से ले डूबेगा। क्योंकि, यह तो सभी जानते हैं कि रूस के आगे यूक्रेन कहीं भी नहीं टिकता है।
रूसी विमानों और मिसाइलों ने शनिवार को यूक्रेन की राजधानी कीव और लवीव पर कहर बरपाया। डोनेस्क, लुहांस्क और मारीपोल में भी रूसी सेना के हमले जारी हैं। काला सागर में युद्धपोत मस्कवा के डूबने के बाद रूसी सेना ने घोषणा कर अपने हमले का दायरा बढ़ाया है और वह एक बार फिर से पूरे यूक्रेन में हमले कर रही है। यूक्रेन और अमेरिका ने मिसाइल हमले से रूसी युद्धपोत के डूबने की बात कही है।
रूसी मिसाइलों का हमला कीव के दक्षिण-पूर्व इलाके में स्थित डार्निट्स्की में हुआ। तेज धमाके के साथ मिसाइलें परिसर में बनी इमारतों से टकराईं जिससे उनमें आग लग गई। कीव के मेयर ने बताया है कि इलाके में राहत और बचाव का कार्य चल रहा है। उन्होंने नुकसान की जानकारी नहीं दी है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि जिस जगह मिसाइलें दागी गईं, वह टैंकों की मरम्मत का कारखाना था। हमले में कारखाने को बर्बाद कर दिया गया है। रूस ने मीकोलईव में सेना के वाहनों की मरम्मत करने वाले एक कारखाने को नष्ट करने की बात कही है। एक अन्य घटनाक्रम में यूक्रेन की सेना ने बताया है कि बेलारूस से उड़ान भरने के बाद रूसी लड़ाकू विमानों ने पोलैंड की सीमा के नजदीक लवीव इलाके में चार क्रूज मिसाइलें दागीं लेकिन एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें मार्ग में ही नष्ट कर दिया।
इसके साथ ही यूक्रेन के एमआई-8 सैन्य हेलीकॉप्टर को रूसी सेना ने एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम से मार गिराया है। एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की मिसाइल ने हेलीकाप्टर पर उस समय हमला किया जब वह यूक्रेन के उत्तर-पूर्व में बेलारूस की सीमा के नजदीक था। वहीं, इस हमले को लेकर राष्ट्रपति जेलेंस्की ने स्वीकार किया है कि, युद्ध में उनकी सेना के करीब तीन हजार सैनिक मारे गए हैं और करीब दस हजार घायल हुए हैं।