यूक्रेन पर रूस का हमला लगातार बढ़ता जा रहा है। इस जंग में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन ऐसा लगता है कि रूस जल्द ही पूरे यूक्रेन पर कब्जा करने वाला है। यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों के साथ भयंकर युद्ध के बाद चेर्नोबिल परमाणु स्थल को गंवा दिया है और अब किसी भी वक्त राजधानी कीव पर रूस का कब्जा हो सकता है। इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत के प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा है कि, वो पीछे एक ही शर्त पर हटेंगे जब यूक्रेन की सेना हथियार डाल देगी।
बता दें कि, यूक्रेन के शहरों औऱ सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले करने और तीन तरफ से सैनिकों व टैंकों को भेजने के बाद शुक्रवार को रूस के सुरक्षा बल राजधानी कीव के बाहरी इलाकों तक पहुंच गए हैं। इस बीच रूस ने साफ कर दिया है कि वह बतचीत के लिए तभी तैयार होगा जब यूक्रेन हथियार डाल देगा। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि मास्को उस समय कीव के साथ बातचीत करने के लिए तैयार होगा, जब एक बार यूक्रेन की सेना अपने हथियार डाल दे। उन्होंने यह भी कहा कि मास्को नहीं चाहता कि यूक्रेन पर नियो-नाज़ियों का शासन हो।
यूक्रेन की सेना ने कहा है कि, रूस के सेना कीव से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर देखा गया है, वे हमले के लिए यूक्रेन की राजधानी की ओर बढ़ रहे हैं। पुलिस ने लोगों से शहर में एक मेट्रो स्टेशन से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा है क्योंकि इलाके में गोलियां चल रही हैं। यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए पतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एंव प्रतिबंधों को नजरअंदाज करते हुए अन्य देशों को चेतावनी दी है कि रूसी कार्रावई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायखाइलो पोडोलियाक ने कहा था कि कीव के तटस्थ रहने को लेकर यूक्रेन रूस के साथ बातचीत करने को तैयार है। लेकिन उसे सुरक्षा गारंटी मिलनी चाहिए। लेकिन अब रूस ने इस प्रस्ताव को खारीज करते हुए घूटने टेकने के लिए कहा है।