यूक्रेन न सिर्फ हार रहा है बल्कि पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। अब यूक्रेन को पहले जैसे यूक्रेन बनने में ही कई साल लग जाएंगे। ऐसे में भी राष्ट्रपति व्लोदोमीर जेलेंस्की की घमंड कम नहीं हुई है। उनके बयान को देखकर ऐसा लगता है कि वो यूक्रेन को पूरी तरह बर्बाद करने के बाद ही सांस लेंगे। पश्चिमी देशों के बहकावे में आकर वो रूस के खिलाफ बोल रहे हैं। लेकिन, उनका यही कदम उन्हीं पर और भारी पड़ने वाला है। इस जंग को शुरू हुए 117 दिन हो गया है और इतने दिनों में यूक्रेन को भारी नुकसान पहुंचा है। इस बीच रूसी सेना ने अपने रणनीति में बड़ा बदलाव करते हुए यूक्रेन के कुछ प्रमुख शहरों की घेराबंदी करना शुरु कर दी है। जिसके बाद जेलेंस्की टेंशन और भी ज्यादा बढ़ गई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 117वें दिन रूसी सेना पूर्वी यूक्रेन के दोनबास क्षेत्र में रणनीतिक रूप से दो अहम शहरों के पास हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेरती दिखाई दी। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दक्षिणी यूक्रेन पर रूसी सेना को कब्जा न करने देने की चेतावनी दी है। यदि रूस ने सेवेरोदोनेस्क व लिसिचंस्क को घेर लिया तो हजारों यूक्रेनी लड़ाके यहां फंस सकते हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि, हम रूस को अपने क्षेत्रों में कब्जा नहीं करने देंगे। हालांकि रूसी सेना ने तोशकिवका क्षेत्र में प्रारंभिक सफलता हासिल की है जो सेवेरोदोनेस्क और लिसिचंस्क के महानगरीय क्षेत्र के दक्षिण-पूर्व में एक छोटा सा शहर है। क्षेत्रीय गवर्नर सर्गेई हैदाई ने माना कि रूसियों को तोशकिवका क्षेत्र में सफलता मिली है। इसके साथ ही एक यूक्रेनी अधिकारी ने भी कहा है कि, रूस, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव को मुख्य शहर बनाने की कोशिश कर रहा है। यह बात यूक्रेन के गृहमंत्री के सलाहकार वादिम डेनिसेंको के हवाले से बताई गई है।