रूस ने दावा किया है कि, रूसी सेना ने रिवावर को युद्ध के 129वें दिन यूक्रेन के लुहांस्क शहर पर कब्जा कर लिया है। इसके साथ ही अब रूसी आर्मी पूरे डोनबास इलाके पर कब्जा करने के उद्देश्य से आगे बढ़ रही है। ये जंग अब पहले से और भी भयानक हो गई है। रूस पहले तो यूक्रेन को सिर्फ समझाना चाहता था लेकिन, अब जेलेस्की की अकड़ और उनकी चाल के चलते रूस उन्हें माफ नहीं करने वाला है। नाटो में जब-जब जाने के लिए यूक्रेन कहेगा तब-तब रूस हमला तेज कर देगा। इस वक्त तो यूक्रेन के कई शहर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। रूस तेजी से कई एक-एक कर शहरों पर कब्जा करते जा रहा है। लेकिन, यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादोमीर जेलेंस्की नाटे को बहकावे के चक्कर में आकर हार मानने के लिए तैयार नहीं है। जेलेंस्की अगर अब भी रूस की बात नहीं माने तो आने वाले दिनों में नाटो के चलते यूक्रेन पूरी तरह खत्म हो जाएगा।
यूक्रेन के कई शहरों पर रूस का कब्जा
रूस के रक्षा मंत्री ने दावा किया है कि रूसी सेना ने रविवार को लुहांस्क प्रांत में यूक्रेन के नियंत्रण वाले अंतिम बड़े शहर पर कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा कि रूस इसके साथ ही यूक्रेन के पूरे डोनबास इलाके पर कब्जा करने के लक्ष्य के नजदीक पहुंच गया है। रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यह जानकारी दी कि रूसी सैनिकों ने स्थानीय मिलिशिया के साथ मिलकर लिसिचांस्क शहर पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।
रूसी सेना के आगे घूटने टेक रही यूक्रेनी सेना
यूक्रेन के सैनिक इस वक्त रूसी फौजों के आगे घूटने टेकते नजर आ रहे हैं। यूक्रेन के सैनिक गत कई हफ्तों से लिसिचांस्क शहर को बचाने का प्रयास कर रहे थे और अब रूस के मुकाबले उनकी स्थिति कमजोर हो रही है जबकि पड़ोसी सिविएरोडोनेत्स्क पर एक हफ्ते पहले ही रूस का कब्जा हो चुका है। लुहांस्क के गवर्नर ने रविवार तड़के कहा था कि रूस की सेना यूक्रेन के लुहांस्क प्रांत में बचे आखिरी गढ़ पर कब्जा करने के लिए अपनी स्थिति मजबूत कर रही हैं।