Russian military Base in Belarus: यूक्रेन पर रूस का सैन्य अभियान खुद उसकी देन है। यूक्रेन और पश्चिमी देश मिलकर रूस के खिलाफ रणनीति बना रहे थे। अभ रूस ने सैन्य अभियान शुरू कर दिया तो पश्चिमी देशों को दर्द शुरू हो गया। अब आलम यह है कि यूक्रेन पर रूस ने ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया है जिसके बाद अमेरिका संग पश्चिमी देश बौखला उठे हैं। अब तक तो रूस सब कुछ शांतिपूर्ण निपटाने की कोशिश कर रहा था लेकिन, क्रीमिया पुल पर हमले के बाद जंग तेज कर दिया है। इसी बीच यूक्रेन संग पश्चिमी देशों को एक करारा झटका लगा है। बेलारूस ने रूस को अपने यहां पर सैन्य बेस (Russian military Base in Belarus) बनाने की इजाजत दे दी है। यह यूक्रेन संग अमेरिका, पश्चिमी देशों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। बेलारूस में रूस का सैन्य बेस बनना यानी की यूक्रेन के लिए काल। रूस ने 10 अक्टूबर को यूक्रेन की राजधानी कीव सहित 10 शहरों पर मिसाइल हमला किया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन पर और हमलों की चेतावनी दी है। इसी बीच बेलारूस खुलेआम (Russian military Base in Belarus) रूस के साथ आ गया है।
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बेलारूस में रूस बनाएगा सैन्य बेस
बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशैंको ने कहा है कि उनका देश रूस की सेनाओं को अपने यहां बैरक बनाने और अभियान छेड़ने के लिए जमीन प्रदान करेगा। रूस वहां सैन्य बेस बनाएगा। बेलारूस को सैन्य मदद का ऐलान से यूरोप में बड़े युद्ध का खतरा पैदा हो गया है। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको को पुतिन का बेहद करीबी माना जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबकि, लुकाशेंको ने सोमवार को कहा कि कीव और पश्चिम में उसके समर्थक देशों से बेलारूस के लिए बन रहे खतरों को देखते हुए उन्होंने यूक्रेन के पास रूसी सेना के साथ सैनिकों को तैनात करने का आदेश दिया था।
बेलारूस के पास 60 हजार सैनिक
बेलारूस की जमीन पर रूस सैन्य बेस बनाना और दोनों का साथ आना यूक्रेन के लिए सबसे बड़ा खतरा इसलिए भी है क्योंकि, बेलारूस के पास 60 हजार सैनिक मौजूद हैं। जो आधुनिक हथियारों को चलाने के साथ ही किसी भी परिस्थिति में अपने मिशन को सफलतापूर्वक करके निकल जाने की बखूबी जानते हैं। इनकी ट्रेनिंग बेहद ही खतरनाक है। ऐसे में अब बेलारूस का साथ आना यानी रूस के लिए इस युद्ध में गेम चेंजर साबित हो सकता है।
पश्चिमी देशों को लुकाशेंको ने दिया झटका
बेलारूस के राष्ट्रपति ने यह भी संकेत दिया है कि, रूस और उनके सैनिक एक फ्रंट पर संयुक्त रूप से हमलों को अंजाम दे सकते हैं। देश के बड़े सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा कि बेलारूस के क्षेत्र में हमलों पर आज न केवल यूक्रेन में चर्चा की जा रही है, बल्कि योजना भी बनायी जा रही है। उन्होंने कहा कि कीव प्रशासन उन्हें वहां खींचने के लिए बेलारूस के खिलाफ युद्ध शुरू करने के लिए दबाव डाल रहा है।
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यूक्रेन को चेतावनी
बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशैंको ने यूक्रेन के चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि, उनकी सेना दशकों से ऐसी चुनौती से निपटने के लिए ट्रेनिंग कर रही है। बेलारूस के अनुसार क्रीमिया के पुल पर हुए हमले के बाद वह एक क्षेत्रीय सैन्य समूह को रूस के साथ तैनात करने के लिए मन बना चुका है। सेना तैनात करने के फैसले पर लुकाशेंको का कहना है कि अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से बेलारूस को चेतावनी दी गई थी कि यूक्रेन ने ‘क्रीमियन ब्रिज 2’ की योजना बनाई है।