पाकिस्तान की राजनीति में आया भूचाल तो थम गया है लेकिन, देश की अर्थव्यवस्था का तूफान अभी नहीं थमा है। नए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के सामने कई सारी चुनौतियां हैं। पाकिस्तान में तेल की कीमतों में भारी इजाफा होने वाला है। साथ ही रासन से लेकर लगभग सारे खाने की चीजों में भारी वृद्धि हो चुकी है। उधर विश्व कर्ज बोझ भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जहां देश में आए इन मूल चीजों से निपटना चाहिए तो नए पीएम घुमने निकल गए हैं और वो भी अकेले नहीं बल्कि, बीबी बच्चों संग 40 लोगों को लेकर गए हैं। जिसके बाद पाकिस्तान में ये विवाद गरमाने लगा है।
दरअसल, सत्ता संभलाने के बाद शरीफ अपने पहले विदेश दौरे पर सऊदी अरब जा रहे हैं। लेकिन, इस दौरे पर वह 40 सदस्यों के भारी-भरकम डेलीगेशन को लेकर जा रहे हैं और इनमें 16 लोग तो उनके अपने परिवार के ही सदस्य होंगे। इस पर विवाद भी खड़ा हो गया है और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने शहबाज शरीफ सरकार पर जनता के पैसों को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। हालांकि शहबाज शरीफ की भतीजी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरियम नवाज ने जवाब देते हुए कहा है कि पीएम अपने खर्चे पर सऊदी अरब जा रहे हैं और सभी लोगों का खर्चा वह खुद ही उठाएंगे।
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के डेलिगेशन में शामिल लोगों की लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। अब इस सूची में शामिल लोगों की पुष्टि खुद पीएम ऑफिस ने कर दिया है। लिस्ट के मुताबिक कुल 40 लोगों के डेलिगेशन के साथ पीएम शहबाद शरीफ सऊदी अरब जाएंगे। इस दौरान वह मक्का और मदीना की भी यात्रा करेंगे। इनमें से 16 लोग परिवार के ही हैं, जिनमें से कुछ लोग ब्रिटेन और दुबई से निकलकर सऊदी पहुंचेंगे।
बता दें कि, पाकिस्तान में जब भी आर्थिक भूचाल आई तो लगभग हर समय दुबई ने ही मदद की है। ऐसे में माना जा रहा है कि, इस बार भी शाहबाज शरीफ सऊदी अरब से कुछ मदद मांगने की फिराक में जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि, शरीफ फैमिली की सऊदी अरब से करीबी रही है। यहां तक कि 1999 में जब मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट किया था तो शाहबाज शरीफ सऊदी अरब ही गए थे और वहां 8 सालों तक रहे थे। इसके बाद 2007 में वो वापस पाकिस्तान लौटे।