Pakistan PM UAE India: पाकिस्तान आज इस मोड़ पर खड़ा है जहां से आगे गहरी खाई है और पीछे कुहां है और हालात उसने अपना खुद से ही किया हुआ है। कंगाली के हाल में पाकिस्तान दुनिया के सामने कटोरा लेकर खड़ा है। पाकिस्तान (Pakistan Economic Crisis) के ऊपर दूसरे देशों के इतने कर्ज हैं कि उसे पूरा करने में ही उसे कई वर्ष लग जाएंगे। इसके साथ ही अब देश में रोज की दैनिक जरूरतों को पूरा करने वाले सामानों तक की भारी कमी आ पड़ी है। मुल्क में न तो आटा है और न ही दाल, प्याज। लोग सड़कों पर उतर आए आये हैं। ऐसे में अब शहबाज सरकार को अक्ल आने लगी है कि, भारत से पंगा लेकर कितना बड़ा नुकसान उन्हें हुआ है। शहबाज भारत से दोस्ती के लिए उसके एक खास दोस्त को आगे कर बात करने के लिए कह रहे हैं। लेकिन, इस हालत में भी वो कश्मीर राग अलापना नहीं भूले। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान जहां भी गया वहां मुंह की खानी पड़ी। चाहे वो अमेरिका हो या संयुक्त राष्ट्र हर जगह उसे फटकार लगी। अब वो खाड़ी के प्रभावशाली मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात से गुहार लगा रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की याचना करने के बाद यूएई (Pakistan PM UAE India) से मांग की है कि, वह कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत में मदद करे। शहबाज शरीफ ये बात ऐसे समय में करने के लिए कह रहे हैं, जब पाकिस्तान की जनता कह रही है कि, उन्हें कश्मीर को छोड़ देना चाहिए और देश के हित में काम करना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान जनता सरकार से मांग कर रही है कि, वो भारत संग व्यापारिक रिश्ते फिर से शुरू करे। खैर, शहबाज शरीफ को यूएई (Pakistan PM UAE India) से भी बड़ा झटका लगा है।
कंगाली के भी हाल में कश्मीर राग नहीं छोड़ रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ शरीफ ने कहा है कि, मैंने भाई और UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद से अनुरोध किया है। वह भारत के भी अच्छे दोस्त हैं और वह दोनों देशों को वार्ता की मेज पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। शहबाज शरीफ ने अल अरबिया टीवी चैनल से बातचीत में पीएम मोदी से अनुरोध किया कि वह कश्मीर समेत सभी ज्वलंत मुद्दों पर गंभीर और ईमानदारी के साथ बातचीत करें। उन्होंने कहा कि इसमें यूएई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा, ‘मेरा भारत के नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश है कि आइए बैठकर बातचीत करते हैं। यह बातचीत गंभीर और ईमानदारी वाली होगी ताकि कश्मीर जैसे मुद्दों का समाधान हो सके।’ शहबाज ने आरोप लगाया कि भारत ने अनुच्छेद 370 को खत्म करके कश्मीर की स्वायत्तता को खत्म कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार हो रहा है। शहबाज शरीफ को दूसरे मुल्कों से पैसे मांगने में शर्म आ रही है। लेकिन, बार-बार कश्मीर-कश्मीर बोलने पर शर्म नहीं आती है। कश्मीर में आतंक फैलाने वाला पाकिस्तान बर्बाद हो जाएगा लेकिन, वो ये नाम नहीं छोड़ेगा।
भारत से रिश्ता मजबूत करने के लिए UAE के पास गये शहबाज शरीफ
शहबाज का कहना है कि, भारत और पाकिस्तान पड़ोसी देश हैं और दोनों को एक-दूसरे के साथ जीना होगा। यह हमारे ऊपर है कि शांति के साथ रहें और या तो विकास की राह पर बढ़ें या झगड़ते रहें तथा समय और संसाधनों को बर्बाद करें। हमने भारत के साथ तीन जंगें लड़ी हैं और इससे हमारे देश के लोगों में संकट, गरीबी और बेरोजगारी आई है। हमने अपना सबक सीख लिया है और हम शांति के साथ जीना चाहते हैं। हम अपनी असली समस्याओं का समाधान चाहते हैं। हम गरीबी को खत्म करके समृद्धि को हासिल करना चाहते हैं। हम बम पर पैसा न बर्बाद करके अपने लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य देना चाहते हैं। यह मेरा संदेश है जो मैं पीएम मोदी को देना चाहता हूं।
पाकिस्तान को ये सब बातें 75 साल बाद क्यों समझ आ रही?
पाकिस्तान को भारत को बताने की जरूरत नहीं है कि उसे क्या करना है। उसे खुद तय करना है कि, उसे आतंक को बढ़ावा देना है या फिर विकास को। पाकिस्तान को शिक्षा और विकास की बातें 75 साल बाद समझ आई है। जब आतंकवाद को जन्म दे रहा था तब उसे शिक्षा, विकास और शांति नहीं समझ में आई। जब उसने भारत पर हमला किया तब उसे ये सारी चीजों समझ नहीं आई। जब उसने उरी, पुलवामा अटैक किया तब उसे समझ क्यों नहीं आया। भारत लगातार बोलता रहा कि, दोनों देशों के बीच बातचीत का एक ही जरिया है वो है आतंकवाद का खात्मा। ये पाकिस्तान तब कहां था। अब जब कंगाल हो गया और दुनिया के सामने कटोरा लेकर भीक मांग रहा है तो ऐसे में अपने लिए हमदर्दी जुटा रहा है कि, हम तो बेचारे मासूम हैं। पाकिस्तान को कश्मीर याद आ रहा है, जहां विकास अपनी रफ्तार पकड़ चुकी है और उसने जिस UAE से मदद की गुहार लगाई है वहां तक कि कंपनियां कश्मीर में विकास के लिए आ रही हैं। पाकिस्तान कश्मीर छोड़ बलूचिस्तान और पीओके पर काम करना चाहिए। वहां के लोगों के बेहतरी के लिए काम करना चाहिए।
UAE ने ही पाकिस्तान को दे दिया झटका
शहबाज शरीफ वैसे भी ये बयान ऐसे समय में आया है जब भारत के दोस्त UAE ने पिछले दिनों कश्मीर को लेकर पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया था। पिछले दिनों पाकिस्तानी पीएम यूएई के दौरे पर गए थे लेकिन दोनों देशों के बीच जारी संयुक्त बयान में कश्मीर का जिक्र नहीं किया गया था। इससे पहले यूएई ने यह भी ऐलान किया था कि वह कश्मीर में निवेश भी करेगा। वहीं पाकिस्तान की इच्छा थी कि यूएई कश्मीर से दूर रहे और विवादित मुद्दा माने। इसके साथ ही यूएई ने भारत की ओर से हाल ही में आयोजित किए गए वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लिया था जो भारत की बढ़ती धाक का प्रतीक माना जाता है। पीएम मोदी ने हाल ही यूएई की यात्रा की थी और राष्ट्रपति से मुलाकात की थी। यूएई भारत में जमकर निवेश कर रहा है। यूएई में लाखों की तादाद में भारतीय भी रहते हैं। इससे भारत को अरबों डॉलर की विदेशी मुद्रा मिलती है।
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