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किस मुंह से भारत से मदद मांग रहा Ukraine, ‘इंडियन स्टूडेंट्स को मार रही यूक्रेनी सेना

ढोंगी है यूक्रेन, 'इंडियन स्टूडेंट्स को मार-मार कर निकाल रहा बाहर

यूक्रेन के बारे में जितना पश्चिमी देश बता रहे हैं वो इतना भी बेचारा नहीं है। असल में मासूम चेहरे के पीछे कुछ और ही छुपा है। अगर ऐसे नहीं है तो फिर दुनिया ये नहीं दिखा रही है कि जब 2015 में मिंस्क समजौता हुआ था कि यूक्रेन कभी नाटो देश में शामिल नहीं होगा तो वो शामिल होने के लिए क्यों गया? 2017 से अचानक से यूक्रेन नाटो में शामिल होने के लिए अपनी गतिविधियां तेज कर दिया जिसके बाद रूस ने कहा था कि इसका उल्लंघन करना भारी पड़ेगी। असल में अमेरिका और नाटो यूक्रेन को नाटो में शामिल बड़ा खेल करने वाले थे। एक ओर यही यूक्रेन हमारे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस महायुद्ध को रुकवाने की बात कह रहा है तो दूसरी ओर अपने देश में भारतीय नागरिकों को निशाना बना रहा है।

दरअसल, यूक्रेन के खारकीव शहर से अपने गृहनगर फिरोजाबाद पहुंची मेडिकल छात्रा ने शनिवार को बताया कि युद्ध की विभीषिका से जूझ रहे यूक्रेन में भारतीय छात्रों के साथ मारपीट की जा रही है। केन्द्र सरकार की मदद से स्वदेश वापसी करने के बाद छात्रा मानवी गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि रूस ने यूक्रेन के खारकीव में काफी बमबारी की और हमले किए हैं जिससे वहां फसें लोग और इंडियन छात्र छात्राएं काफी भयभीत थे।

मानवी ने आरोप लगाया है कि, यूक्रेन के सैनिकों ने उनके साथ मारपीट की। पहले वह यूक्रेन के लोगों को वहां से निकाल रहे थे। बाद में मार-मार के इंडियन छात्रों को निकाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुये उसने कहा, मैं मोदी जी का बहुत-बहुत धन्यवाद करती हूं, इंडियन एंबेसी का बहुत-बहुत धन्यवाद करती हूं जिन्होंने हमारी बहुत मदद की और मेरा इंडियन एंबेसी से कहना है कि जितने भी वहां छात्र छात्रा फंसे है उन्हें वहां से निकाला जाए क्योंकि वहां पर काफी धमाके हो रहे हैं बार-बार बम गिर रहे हैं।

ये वही यूक्रेन है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा रहा है कि वो रूस से बात कर इस युद्ध को रुकवा दें। दूसरी ओर वो भारतीय नागरिकों पर अत्याचार कर रहा है। इससे पहले भी एक वीडियो सामने आया था जिसमें यूक्रेन के सैनिक भारतीयों को बुरी तरह मार रहे थे। यहां तक कि रूस ने यह भी कहा था कि, यूक्रेन ने भारत के 3700 नागरिकों को बंधक बनाया था जिसे उन्होंने छड़ाया है।