सीरिया ने बीबीसी के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है, उसने बीबीसी के सभी पत्रकारों की मान्यता ख़त्म कर दी है। सीरिया ने BBC पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीबीसी पक्षपातपूर्ण और भ्रामक रिपोर्टिंग करता है,लिहाजा उनके साथ ऐसा करने पर मजबूर होना पड़ा।
सीरिया के सूचना मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि बीबीसी पक्षपातपूर्ण और भ्रामक रिपोर्टिंग करता है।इसके साथ ही सीरियाई सूचना मंत्रालय ने बीबीसी पत्रकारों की मान्यताएं भी ख़त्म कर दी है।
बता दें कि बीबीसी की ओर से महीने भर पहले ड्रग्स को लेकर एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग प्रकाशित की गई थी, जिसमें उसने सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद के परिजनों पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाया था। कहा जाता है कि इसी रिपोर्टिंग के बाद सीरियाई सरकार ने बीबीसी के खिलाफ कार्रवाई की है।
बिना मान्यता के कोई विदेशी मीडिया का पत्रकार किसी भी देश में रिपोर्टिंग नहीं कर सकता है। सीरिया के सूचना मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि BBC पत्रकारिता के मानकों का पालन करने में विफल रहा है।
हाल के दिनों में बीबीसी के एक खोजी पत्रकार ने सीरिया में एक रिपोर्टिंग की थी ,जिसमें कैप्टागन नाम के एक नशीले पदार्थ के व्यापार को लेकर सीरियाई राष्ट्रपति के परिवार पर आरोप लगाया गया था।
हालांकि, बीबीसी का दावा है कि वो दुनियाभर में निष्पक्ष और निर्भिक पत्रकारिता करता है।बीबीसी ने दावा किया है कि जिस रिपोर्टिंग के बाद सीरिया सरकार बौखलाई हुई है,उसमें वहां के राष्ट्रपति के परिवार वाले शामिल हैं।
बीबीसी से क्यों चिढ़ा है सीरिया
दरअसल, बीबीसी ने एक खोजी रिपोर्टिंग करते हुए कैप्टागन ड्रग्स के कारोबार और सीरियाई सैन्य बलों के वरिष्ठ अधिकारियों और असद परिवार के सदस्यों के बीच संबंध होने का खुलासा किया था। जिसके बाद सीरियाई सरकार सकते में आ गई।
हालांकि, सीरियाई सरकार ने इन तमाम आरोपों को पहले ही खारिज कर दिया है और कहा है कि नशीली दवाओं के व्यापार में किसी भी तरह की कोई संलिप्तता नहीं है।
कई देशों ने सीरिया को ठहराया दोषी
लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने कैप्टागन के उत्पादन और निर्यात के लिए सीरियाई सरकार को दोषी ठहराया है। साथ ही इस मामले में सीरिया की असद सरकार के कई रिश्तेदारों पर प्रतिबंध भी लगाया है।
सीरिया ने बीबीसी पर क्या आरोप लगाया
हालांकि सीरियाई सूचना मंत्रालय का कहना है कि बीबीसी 2011 में सीरिया गृहयुद्ध शुरु होने के बाद से ही पक्षपातपूर्ण और भ्रामक रिपोर्टिंग दुनिया के सामने प्रकाशित किया है। साथ ही सीरियाई सरकार ने कहा कि कई बार मंत्रालय की ओर से बीबीसी को चेतावनी भी दी गई ,लेकिन वो इन बातों को नज़रअंदाज करते हुए ऐसी भ्रामक खबरों को फैलाने में मशगूल रहा।
सीरिया के एक्शन पर बीबीसी का जवाब
वहीं, सीरिया के इस कदम के बाद बीबीसी ने कहा कि अरबी भाषी दुनिया भर में अपने दर्शकों को निष्पक्ष समाचार और जानकारी प्रदान करता रहेगा। जबकि बीबीसी के प्रवक्ता का कहना है कि हम तथ्यों को सही से रखने के लिए अलग अलग राजनीतिक दलों और हर पक्ष के लोगों से राय लेते हैं। हालांकि, रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में सीरिया को 180 में से 175वां स्थान दिया गया है।