अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा करने के बाद से खुश पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार दुनिया के सामने हाथ फैला रहे हैं को वो भी इस चरमपंथी संगठन का समर्थन करे। इमरान खान के इसी चापलुसी से तालिबान गदगद हो गया है और पाकिस्तान की तारीफ से खुश है। इसके साथ ही तालिबान ने खुश होते हुए यह भी कहा है कि वह अब पाकिस्तान के अन्य शहरों तक जाने वाली सड़कों का निर्माण करेगा।
तालिबान के प्रवक्ता और अफगान डिप्टी इनफॉर्मेशन मिनिस्टर जबीउल्ला मुजाहिद ने पाकिस्तान के एक टीवी चैनल को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा कि तालिबान ने इस बात पर गौर किया है कि पाकिस्तान की तरफ से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की गई है कि वो अफगानिस्तान के साथ बेहतर संबंध कायम करें।
तालिबान ने अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान के रुख की सरहाना की है। मुजाहिद ने कहा है कि, पाकिस्तन हमारा पड़ोसी देश है और अफगानिस्तान को लेकर उसका जो रुख है हम उसका शुक्रिया अदा करते हैं। अफगानिस्तान अब पेशावर तक सड़क के जरिए जुड़ेगा, न सिर्फ पेशावर बल्कि तालिबान ने पाक के बाकी शहरों को भी सड़क के रास्ते पाकिस्तान से जोड़ने की योजना तैयार की है।
वहीं, मुजाहिद ने यहा भी कहा है कि, वह हर उस इंसान के खिलाफ एक्शन लेगा जो पाक और अफगानिस्तान के रिश्तों को बिगाड़ने की कोशिशें करेंगे। वहीं, तालिबान को पाकिस्तान जिस तरह से समर्थन दे रहा है, उसे दुनियाभर के विशेषज्ञ चिंतीत हैं। हाल ही ही में यूरोपीय संसद में अफगानिस्तान में इस्लामाबाद की भूमिका पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान की तालिबान को मान्यता दिलाने की कोशिशों पर आश्चर्य जताया गया।
यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज (ईएफएसएएस) के विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान के मकसद के बारे में अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। यूरोपियन संसद का मानना था कि पाकिस्तान असल में तालिबान को मानवीय सहायता के आधार पर मान्यता दिलाकर दुनिया की मदद के जरिये आतंकी नेटवर्क का विस्तार करना चाहता है।