Hindi News

indianarrative

पाकिस्तानियों के हाथों में कटोरा,फिर भी मिसाइल चला देने का ढिंढोरा

पत्रकार द्वारा भिखारी कने पर कथित सेना ने मिसाइल से दाग़े जाने की दे डाली धमकी

पाकिस्तान की आर्थिक हालत बिगड़ी हुई है। अनाज को लेकर हाहाकार मचा हुआ है,लेकिन पाकिस्तानियों के मिज़ाज ऐसे हैं कि वह तबाही की मानसिकता से बाहर आने को तैयार ही नहीं हैं। ऐसा ही एक वाक़या तब सामने आया,जब एक ग्रीक पत्रकार ने पनडुब्बी के सामान की मांग को लेकर पाकिस्तान पर कटाक्ष किया,और इसके बदले एक सत्यापित ट्विटर अकाउंट से ख़ुद की पहचान फ़ैसल नसीर (कथित तौर पर उच्च रैंकिंग वाले पाकिस्तानी सेनाकर्मी) बताने वाले वाले ने उस पत्रकार को धमकी दे डाली और उसे याद दिलाया कि पाकिस्तान के पास परमाणु मिसाइल है और यह मिसालइल ‘ग्रीस तक अपनी पहुंच रखती है’।

उसने आगे बताया कि रमज़ान के इस्लामी पवित्र महीने में युद्ध ज़रूर प्रतिबंधित है, लेकिन अगर कोई पाकिस्तानियों को ‘भिखारी’ कहता है, तो पाकिस्तानी दूसरे देश को परमाणु हमले की धमकी देने का मौका हाथ से जाने नहीं देंगे।

यह सब तब शुरू हुआ जब ग्रीक पत्रकार पॉल एंटोनोपोलोस ने ट्वीट किया कि कैसे पाकिस्तान सबसे ख़राब आर्थिक संकटों में का सामना करते हुए भी ग्रीस से पनडुब्बी का सामान ख़रीदना चाहता है।
पाकिस्तान में रमज़ान के दौरान आटे की सब्सिडी को लेकर भगदड़ मची हुई है। दंगों में लोगों की जान चली जा रही है और कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में तो आटा मिल पाना भी मुहाल हो गया है। असल में इसी बीच पाकिस्तान ने ग्रीस से पनडुब्बी के सामान मांगे हैं।लेकिन, पनडुब्बियों के लिए बैटरी और अन्य उपकरणों के लिए पाकिस्तान के इस अनुरोध को ग्रीस ने ख़ारिज कर दिया है। एंटोनोपोलोस ने इस लेख का लिंक पोस्ट किया है और कहा है कि कैसे पाकिस्तान ग्रीस से इस तरह की मदद मांगने का दुस्साहस कैसे कर सकता है, जबकि उनके पायलटों ने एक बार कथित तौर पर ग्रीक हवाई क्षेत्र का उल्लंघन तक किया है।
रिपोर्टों के अनुसार, नवंबर 2019 में डोगू अकडेनिज़-19 संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास के दौरान ग्रीस ने अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने के लिए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा था। ग्रीस ने पाकिस्तान पर P-3 ओरियन विमान को ग्रीक हवाई क्षेत्र में उड़ाने का आरोप लगाया था, जिसके बारे में कहा  गया कि यह अपनी तरह की पहली घटना थी।
एंटोनोपाउलोस ने अपने ट्वीट में पाकिस्तान पर तंज कसते हुए ‘भिखारी तो भिखारी ही रहेंगे…’ जैसी टिप्पणी के साथ अपनी बात पूरी की थी।

एंटोनोपोलोस के इसी ट्वीट के बदले फ़ैसल नसीर नाम से ट्वीटर एकाउंट चलाने वाले एक पाकिस्तानी शख़्स ने उन्हें धमकी दी और याद दिलाया कि पाकिस्तान मिसाइलों वाला एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है,जिसकी मारक क्षमता ‘ग्रीस तक भी हो सकती है।’

फ़ैसल नसीर ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना अपने देश के ‘सम्मान’ की रक्षा के लिए तैयार है।

वहीं एंटोनोपोलोस ने उस ट्वीटर एकाउंट चलाने वाले फ़ैसल मीर को याद दिलाया कि सबसे शक्तिशाली पाकिस्तानी मिसाइल की पहुंच ग्रीस तक तो मुश्किल ही है।अगर शाहीन 3 मिसाइल से भी फ़ायरिंग की भी जाती है, तो संभव है कि ईरान तक कहीं जा गिरे।

पाकिस्तान बात-बात पर अपने मिसाइल का हवाला देता है और मामूली सी बात पर भी अपनी मिसाइलें  चला देने की धमकी दे डालता है। मई 2021 की एक ऐसी ही मिसाल है,जब हमास और इस्लामी आतंकवादियों ने इज़राइल पर हमला करना जारी रखा था, तो पाकिस्तानी न केवल फ़िलिस्तीन के साथ एकजुटता दिखा रहा थे, बल्कि अपने तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को दुनिया को दिखाने के लिए उकसा रहे थे कि पाकिस्तान कैसे एक परमाणु संपन्न राष्ट्र है। उस समय कई पाकिस्तानियों ने इमरान ख़ान से इज़रायल की तरफ़ शाहीन मिसाइल दागने का आग्रह किया था।
फ़ैसल नसीर यहीं तक नहीं रुका।  एंटोनोपोलोस  के जवाब से वह भन्ना गया और कहा कि उनके एफ़-16 ‘परमाणु पेलोड’ को किस तरह एंटोनोपोलोस के दरवाज़े तक गिराया जा सकता है।

इस पर कई लोग और सामने आ गए। जवाब देते हुए दूसरे कई लोगों ने लिखा कि भिखारी जैसे ताने पर किसी देश को परमाणु धमकी देना कितना ओछा विचार है, और वह भी तब,जब देश के सामने खाने का संकट है और किसी तरह इस समय वह अपने संकट से निपटने की कोशिश कर रहा है।


फ़ैसल नसीर ने इन बातों का भी एक अजीब अंदाज़ में दावा किया कि मदरसे के छात्र ‘बुनियादी हथियारों’ के साथ भी नाटो सैनिकों को हरा सकते हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि पाकिस्तान के मदरसों में कौन से ‘बुनियादी हथियार’ हैं और वे वैध हैं भी कि नहीं। उसने कहा कि पाकिस्तान के मदरसों में पल रही ‘सबसे उच्च अनुशासित और पेशेवर सेना’ नाटो बलों का मुक़ाबला कर सकती है।


इसके बाद उन्होंने यूनानी पत्रकार को धमकी दी कि उनके इस ‘अपमानजनक’ ट्वीट्स की सूचना उनके विदेश मंत्रालय को दी गयी है और उन्हें हटाने के लिए उन्हें आधी रात तक का समय दिया गया है। उन्होंने एक अतिरिक्त ख़तरे के रूप में परमाणु बम का एक GIF भी साझा किया।


कुछ ही मिनटों बाद फ़ैसल नसीर ने दावा किया कि यूनानी विदेश मंत्रालय ने उस ट्वीट के लिए ‘माफ़ी मांग ली’ है, जिसमें ग्रीक पत्रकार ने पाकिस्तानियों को भिखारी कहा था।


फिर कुछ ही पलों बाद फ़ैसल नसीर ने दावा किया कि पाकिस्तान ने मांग की है कि एंटोनोपोलोस को पाकिस्तान में ‘प्रत्यर्पित’ किया जाए ताकि वह पाकिस्तानियों को भिखारी कहने के लिए पाकिस्तानी धरती पर ‘राजद्रोह के आरोपों’ का सामना कर सके। इसके बाद उसने नैतिकता का सबक़ देते हुए कहा कि किसी को ‘परमाणु पाकिस्तान के साथ खिलवाड़’ नहीं करना चाहिए।
इस बात के जवाब में एंटोनोपाउलोस तो बस कथित रूप से उस अनुभवी पाकिस्तानी सेना के जवानों के ट्वीट को रीट्वीट कर रहे हैं, जो ग्रीस को परमाणु हमले की धमकी दे रहे हैं।
इंडिया नैरेटिव इस बात की पुष्टि तो नहीं कर सकता कि फ़ैसल नसीर का यह ट्विटर अकाउंट वास्तव में पाकिस्तानी सेना के जवानों का है या नहीं। यह ट्विटर पर एक सत्यापित खाता ज़रूर है,हालांकि एलन मस्क की सनक के चलते इस बात की पुष्टि कर पाना कठिन है कि यह एक लैगेसी वेरिफ़ाइड एकाउंट है या ब्लू सब्सक्राइबर है। इसके अलावा, अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ऐसा कोई सैन्यकर्मी मौजूद है या नहीं। Google रिसर्च से यह बात ज़रूर पता चलती है कि  कोई फ़ैसल नसीर वास्तव में एक पाकिस्तानी सेना का जवान है और उसके पास एक Change.org याचिका में बताया गया है कि वह मनोरोगी है और उसे हटाने की मांग की गयी है। हालांकि, हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि क्या वही कथित मनोरोगी ट्वीट कर रहा था और ग्रीस को परमाणु हमले की धमकी दे रहा था। हालांकि, इस बात की भी संभावना है कि यह एक ट्रोल एकाउंट हो,क्योंकि पाकिस्तानियों का पिछला रिकॉर्ड बताता है कि वह छल-कपट से बाज़ नहीं आता और किसी भी परिणाम को पाने के लिए वह किसी भी तरह के हथियार का इस्तेमाल कर सकता है।