पाकिस्तान की अर्थव्वस्था इस वक्त चरमराई हुई है, इमरान खान के पास देश चलाने के लिए अब पैसे नहीं बचे हैं जिसके लिए उन्होंने सऊदी अरब के आगे हाथ फैलाया था लेकिन शुरुआत में इमरान खान के ऊपर भरोसा न जताते हुए सऊदी अरब ने पैसे देने इनकार कर दिया था लेकिन बाद में मान गया। लेकिन पाकिस्तान को इनती ज्यादे ब्याज पर सऊदी ने पैसे दिए हैं कि मुल्क एक बार फिर से कंगाली के कगार पर आ जाएगी। इस वक्त पाकिस्तान में आलम यह है कि अब चोरों ने देश के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना तक को नहीं बख्शा है।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, डिप्टी कमिश्नर वेहारी के कार्यालय के अंदर लगाए गए पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति से चोरों ने चश्मा चुरा (Muhammad Ali Jinnah Glasses) लिया है। चोरी की ये घटना चार दिसंबर को अंजाम दी गई, जब कुछ अज्ञात चोर डिप्टी कमिश्नर के परिसर में चोरी-छिपे घुसे। इसके बाद मौका लगते ही कायदे आजम की मूर्ति से चश्मा ले उड़े। पुलिस का कहना है कि वो चोरों की तलाश में है। इस घटना की जानकारी बाहर आते ही सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई। इसके बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सीएम उस्मान बुजदर ने घटना का संज्ञान लेते हुए मुल्तान कमिश्नर से रिपोर्ट तलब की। सीएम इस घटना से खासा नाराज हैं और उन्होंने संबंधित अधिकारियों को घटना में शामिल दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
पाकिस्तान में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब मुल्क के संस्थापक की मूर्ति के साथ इस तरह की घटना सामने आई है। इससे पहले सितंबर के आखिर में पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर में जिन्ना की मूर्ति को बम धमाके से उड़ा दिया गया था। इस घटना को बलोच आतंकियों ने अंजा दिया था। और सबसे खास बात यह है कि, जिन्ना की मूर्ति ग्वादर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले मरीन ड्राइव पर स्थापित की गई थी। इस मूर्ति को जून में लगाया गया था और इसे सितंबर में विस्फोटकों से उड़ा दिया गया था।