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Rafale Fighter Jet का मुरीद हुआ यह देश! खरीदने के लिए हुआ उत्सुक, बढ़ा रहा है अपनी हवाई ताक़त

Rafale Fighter Jet: फ्रांस के ला ट्रिब्यून अखबार ने अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए बताया कि सऊदी अरब 100 से 200 डसॉल्ट राफेल लड़ाकू विमानों को खरीदने पर विचार कर रहा है। यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है, जिसमें बताया गया था कि रियाद अपने पारंपरिक विमान आपूर्तिकर्ता देशों से भविष्य में लड़ाकू विमानों की खरीद नहीं करेगा। सऊदी अरब के पड़ोसी संयुक्त अरब अमीरात और कतर ने पहले ही पश्चिमी लड़ाकू विमानों की बदौलत बड़ी और ताकतवर वायु सेना का निर्माण कर चुके हैं। इनमें दोनों के पास दर्जनों राफेल लड़ाकू विमान भी हैं।

प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान फ्रांसीसी लड़ाकू विमान को खरीदने में जता रहे हैं रुचि

ला ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब अपने पड़ोसियों की इसी ताकत से परेशान है। इस कारण सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान फ्रांसीसी लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Jet) को खरीदने में रुचि जता रहे हैं। मिलिट्री एयरक्राफ्ट विशेषज्ञ सेबस्टियन रॉबलिन ने कहा कि सऊदी अरब के लिए और अधिक टाइफून खरीदना ज्यादा समझदारी भरा कदम होगा, क्योंकि उसके पास पहले से ही ट्रेनिंग और ऑपरेशनल फैसिलिटी मौजूद है, लेकिन इसमें जर्मनी रोड़ा डाल रहा है।

अमेरिका के भरोसे नहीं रहना चाहता सऊदी

पिछले साल अक्टूबर में प्रिंस सलमान के तेल उत्पादन में कटौती को लेकर गुस्से के कारण अमेरिकी सांसदों ने सभी अमेरिकी हथियारों की सऊदी अरब को बिक्री पर रोक लगाने वाले कानून का प्रस्ताव रखा। गनीमत रही कि यह प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। अगर ऐसा हो जाता तो सऊदी अरब की पूरी वायु सेना जमीन पर आ जाती, क्योंकि उसके लड़ाकू विमानों के लिए आवश्यक पुर्जे और दूसरे साजो-सामान नहीं मिल पाते। जुलाई में जर्मनी ने घोषणा की कि वह सऊदी अरब को और अधिक यूरोफाइटर टाइफून बेचने की अनुमति नहीं देगा। सऊदी वायु सेना 72 यूरोफाइटर टाइफून विमानों का संचालन करती है।

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