खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा में रह रहे भारतीय राजनयिकों को धमकी दी है। खालिस्तानियों ने एक धमकी भरा पोस्टर जारी करते हुए भारतीय राजनयिकों को निशाने पर लिया है। वहीं इस पोस्टर जहां एक ओर आगामी 8 जुलाई को ‘खालिस्तान फ्रीडम रैली’ को लेकर बताया है,वहीं दूसरी ओर पिछले महीने मारे गए आतंकवादी हरदीप निज्जर को शहीद का दर्जा दिया है।
खालिस्तानियों का यह धमकी भरा पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे पोस्टर में खालिस्तान समर्थक और आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को ‘शहीद’ बताया जा रहा है,वहीं भारतीय राजनयिकों को ‘हत्यारा’ करार दिया गया है।
पिछले महीने खालिस्तान कमांडो फोर्स के मुखिया हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।निज्जर भारत के खिलाफ गतिविधियों और हिंसा में शामिल था। जबकि भारत सरकार हरदीप सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
वरिष्ठ पत्रकार टेरी माइलवस्की ने इस पोस्टर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है कि, ‘यह बेहद खतरनाक है। माइलवस्की ने आगे लिखा ‘खालिस्तानी भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं, जिन्हें वह ‘शहीद’ हरदीप निज्जर का ‘हत्यारा’ बता रहे हैं जिसे 18 जून को गोली मार दी गई थी। जबकि इस पूरे प्रकरण में भारत की किसी तरह की भूमिका का कोई सबूत नहीं है। उन्होंने खालिस्तानी के इस कृत्य का निंदा करते हुए घोर गैरजिम्मेदाराना बताया है।’
This is extremely dangerous.
Khalistanis are whipping up anger targeting Indian diplomats they call “Killers” of “Shaheed” (Martyr) Hardeep Nijjar, shot in a Mafia-style hit in Surrey BC June 18. There is zero evidence of any Indian role. Grossly irresponsible. pic.twitter.com/6ApDZOXgEb
— Terry Milewski (@CBCTerry) July 3, 2023
इस पोस्टर में 8 जुलाई को दोपहर 12:30 बजे एक रैली निकालने की बात की जा रही है। इसे ‘खालिस्तान फ्रीडम रैली’ नाम दिया गया है। यह रैली कनाडा स्थित ग्रेट पंजाब बिजनेस सेंटर से शुरु होकर भारतीय दूतावास तक जाएगी।कुछ महीनों पहले कई देशों में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय संस्थानों और हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया था।
पिछले महीने जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका यात्रा पर थे,तो उन्हें भी इसके विरोध का सामना करना पड़ा था। वहीं, मारा गया आतंकी हरदीप निज्जर पंजाब के जालंधर का रहने वाला था। कनाडा में वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देता था।