तुर्की (Turkey) की ताकत क्या है आखिरकार उसने दुनिया के सामने दिखा दिया है। उसने हाल ही में बायरकटार टीबी 2 ड्रोन बनाने वाली कंपनी बायकर ने जेट इंजन से चलने वाले नए ड्रोन का निर्माण किया है। इस नए ड्रोन ने बुधवार को अपनी पहली उड़ान पूरी की है। इस ड्रोन को किजिलेल्मा नाम दिया गया है। बायकर ने एक वीडियो जारी किया जिसमें किजिलेल्मा (गोल्डन ऐप्पल) यूसीएवी को उड़ान भरते और फिर एक एयरबेस पर लौटते हुए दिखाया गया है। वैसे बताया तो यह भी जा रहा है कि परीक्षण इस्तांबुल से 85 किलोमीटर पश्चिम में उत्तर-पश्चिमी कोरलू प्रांत में किया गया है।
यह ड्रोन हवा से हवा में मार कर सकता है
टेक्नोलॉजी ऑफिसर सेल्कुक बायरकटार ने कहा कि किजिलेल्मा ड्रोन ने अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली है। यह ड्रोन तुर्की के बाकी ड्रोन के मुकाबले काफी तेज है, जो ज्यादा मिसाइलों के साथ उड़ान भर सकता है। जेट इंजन से लैस तुर्की का यह नया ड्रोन बाहर से देखने में पांचवी पीढ़ी के किसी लड़ाकू विमान की तरह नजर आता है।
तुर्की के ड्रोन की दुनिया में मांग
खास बात तुर्की के बनाए सस्ते ड्रोन की पूरी दुनिया में मांग है। तुर्की के बायरकटार टीबी (2 Baykar Bayraktar TB2) ड्रोन ने रूस-यूक्रेन युद्ध की तस्वीर ही बदल डाली है। यूक्रेन ने इसी ड्रोन की मदद से रूस के कई सैन्य ठिकानों, युद्धपोतों और बख्तरबंद गाड़ियों को निशाना बनाया है। इसके अलावा आर्मीनिया-अजरबैजान युद्ध में भी इस ड्रोन का इस्तेमाल हुआ था।
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इस ड्रोन ने तुर्की की तरफ से लीबिया, सीरिया और ईराक में भी अपनी क्षमता को साबित किया है। ऐसे में मलेशिया, इंडोनेशिया जैसे देश भी इस ड्रोन को खरीद रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात को ऐसे 20 ड्रोन पहले ही सौंपे जा चुके हैं। वहीं बायकर करा कहना है कि पारंपरिक ड्रोन मिशनों के अलाावा किजिलेल्मा हवा से हवा में मार करने में भी सक्षम होगा। अभी तक ड्रोन को ऐसे ऑपरेशन के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता था।