रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग को रोकने के लिए पश्चिमी देश, यूएस और नाटो पूरी कोशिश कर रहे हैं। ये सारे मिलकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पूरी तरह से तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन, इन्होंने जितना सोचा था उससे कहीं ज्यादा रूस को कम असर हुआ है। तमाम कड़े प्रतिबंध लगाकर रूस को तोड़ने की कोशिश कर रहे यूएस और नाटो के लिए अभी राह मुश्किल है। क्योंकि, रूस इन सबके लिए पहले से ही तैयार बैठा है। इस बीच रूस ने यूक्रेन के मारियुपोल शहर में हमले तेज कर दिए हैं। जिसके बाद यूक्रेनी सैनिक मदद की गुहार लगा रहे हैं।
यूक्रेनी नौसैनिकों ने मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि, अगर कुछ घंटे नहीं तो कुछ दिन ही बचे हैं। रूस ने चारो ओर से घिरे शहर में एक स्टील प्लांट के अंदर लड़ने वाले लड़ाकों को एक नया अल्टीमेटम जारी किया। रूसी सेना ने मारियुपोल में एक विशाल इस्पात संयंत्र में छिपे रक्षकों के खिलाफ बुधवार को घेराबंदी सख्त कर दी है। यह मारियुपोल में यूक्रेन का संभवत: अंतिम गढ़ है। अंदर छिपे एक लड़ाके ने वीडियो में मदद की गुहार लगाते हुए कहा है, हमारे पास शायद चंद दिन या कुछ घंटे बचे हैं। नई बमबारी के कारण इस बंदरगाह शहर में फंसे नागरिकों को निकालने का प्रयास नाकाम हो गया है। इस बीच, क्रेमलिन ने युद्ध खत्म करने के लिए अपनी मांगों के एक मसौदे में कहा कि देश छोड़कर भागने वाले लोगों की संख्या 50लाख पर पहुंच गयी है।
बता दें कि, इस जंग के बीच रूस ने बैलिस्टिक मिसाइल सरमट का सफ परीक्षण किया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि, यह किसी भी मिसाइल रक्षा प्रणाली से बच सकती है औऱ रूस को धमकाने वाले लोगों को 'दो बार सोचने' पर मजबूर करती है। रूस की सरकारी अंतरिक्ष एजेंसी ने इस परीक्षण को नाटो को तोहफा बताया। पेंटागन ने इसे नियमित परीक्षण बताया और कहा कि वह इसे खतरा नहीं मानता है।
इधर यूक्रेन ने भी मान लिया है कि अब वो जंग हार रहा है। रूस ने कहा कि उसने ठिकानों पर सौकड़ों मिसाइल और हमले किए। इसमें सेना और वाहनों के जमावड़े वाले ठिकाने भी शामिल हैं। क्रेमलिन ने कहा कि, उसका मकसद डोनबास को कब्जे में लेना है। मुख्यतः रूसी भाषी यह पूर्वी क्षेत्र कोयला खदान, धातु संयंत्रों और भारी उपकरण वाली फैक्ट्रियों का गढ़ है। इसके साथ ही लुहांस्क के गवर्नर ने कहा है कि, रूसी सेना का उनके क्षेत्र के 80 फीसदी हिस्से पर कब्जा है। गवर्नर सेरही हेदई ने कहा कि रूसी सेना क्रेमिन्ना पर कब्जा जमाने के बाद रूबिझने और पोपस्ना के शहरों की ओर बढ़ रही है। उन्होंने सभी निवासियों से तत्काल शहर छोड़ने का अनुरोध किया है। रूस ने कहा है कि उसने संघर्ष को खत्म करने के लिए अपनी मांगों का एक मसौदा यूक्रेन को सौंपा है।