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Zelensky के खुफिया चीफ का सनसनीखेज खुलासा यूक्रेन का गोला-बारूद खत्म! रूसी आर्टिलियरी के सामने यूक्रेनी फौज ढेर

यूक्रेन का गोला-बारूद खत्म

रूस सिर्फ यूक्रेन से नहीं लड़ रहा वो लड़ रहा तो करीब 30-32देशों से वो भी अकेला। दरअसल, पूरा पश्चिमी देश इस वक्त यूक्रेन के साथ है और इस जंग में यूक्रेन को हर एक चीज से मदद की जा रही है। पश्चिमी देशों के दिए गए हथियार के चलते रूस को नुकसान पहुंच रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पश्चिम और नाटो को कई बार चेतावनी दे चुके हैं कि, वो युद्ध से दूर रहे वरना अंजाम उन्हें भी भुगतना होगा। यह बात जेलेंस्की को भी पता है कि, रूस के आगे वो नहीं टिक पाते अगर पश्चिमी देश नहीं होते तो। इस जंग ने यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है। पश्चिमी देशों के इतना मदद करने के बाद भी यूक्रेन के पास लड़ने के लिए हथियार नहीं बचे हैं। यूक्रेनी फौज रूसी आर्टिलियरी सिस्टम के सामने नहीं टिक पा रही है

यूक्रेन और रूस के बीच छीड़ी जंग का आज 108वां दिन है और इस बीच यूक्रेन ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, हमारे पास गोला-बारूद लगभग खत्म हो चुका है। ये बयान यूक्रेन के सैन्य खुफिया विभाग के डिप्टी हेड की ओर से दिया गया है। उन्होंने कहा कि, हम फ्रंटलाइन पर रूस के खिलाफ पिछड़ रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, अब हम पश्चिमी देशों के हथियार पर निर्भर हैं।

रूसी आर्टिलरी सिस्टम से यूक्रेन की हालत खराब है। अमेरिकी थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने चिंता जताई है। इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने कहा है कि, यूक्रेन को तुरंत आधुनिक हथियार की जरूरत है। रूस के आर्टिलरी सिस्टम की ताकत से यूक्रेन बहुत चिंतित है। इससे निपटने के लिए यूक्रेन को तुरंत आधुनिक हथियार चाहिए। वहीं, यूक्रेन लगातार पश्चिमी देशों से लंबी दूरी वाले रॉकेट सिस्टम की मांग कर रहा है। यहां तक कि, यूक्रेन सेना और सरकारी अधिकारी भी मानते हैं कि यूक्रेन की हालत ठीक नहीं है। यूक्रेन के सैनिक आर्टिलरी युद्ध में फंस गए हैं। अमेरिकी थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने यह भी कहा है कि, पूर्वी यूक्रेन में प्रभावी लड़ाई में आर्टिलरी की निर्णायक भूमिका होने वाली है।

पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को पूराने हथियार दिए थे जो वो खत्म हो गए हैं। नए हथियार इसलिए नहीं दिया गया क्योंकि, यूक्रेन पूराने हथियारों को चलाना जानते था। नए हथियारों के लिए उसे पहले ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी। ऐसे में अब यह युद्ध रूस के पाले में पूरी तरह जाता नजर आ रहा है। वैसे भी पश्चिमी देश अगर हट जाए तो यह मिनटों की जंग है। वहीं, पुतिन पहले ही कह चुके हैं कि जो भी यूक्रेन की मदद करेगा अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे। ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि क्या पश्चिमी देश यूक्रेन को फिर से गोला-बारूद देंगे या फिर उसे अकेला छोड़ देंगे।