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Russia-Ukraine मामले पर भारत के रुख पर इस देश ने जताई आपत्ति, India ने कहा- संभल कर ज्ञान देना वरना…

इस देश को भारत ने लगाई लताड़, कहा- हमें ज्ञान देने की कोशिश मत करो

रूस और यूक्रेन जंग को लेकर दुनिया दो गुटों में बंटी हुई है। कोई रूस के साथ है तो कोई पश्चिमी देशों का साथ दे रहा है। पश्चिमी देशों का कहना है कि जो भी देश रूस का साथ दिया उसे बुरा अंजाम भुगतना होगा। इसपर भारत का रूख दुनिया के लिए काफी ज्यादा मायने रखता है। क्योंकि, रूस के साथ भारत के संबंध बहुत ही गहरे हैं। भारत ने तो यूक्रेन के साथ है और न ही रूस के खिलाफ। इसपर एक देश ने आपत्ति जताई तो भारत ने उसे जमकर लताड़ लगा दी और कहा कि, हमे ज्ञान देने की जरूरत नहीं है।

दरअसल, यूनाइटेड नेशंस में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हैं टीएस तिरुमूर्ति ने एक ट्वीट कर कहा कि आज दोपहर यूक्रेन को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में मैंने निम्नलिखित बयान दिया। इस ट्वीट में उन्होंने अपना पूरा बयान छापा था। उनके इस ट्वीट पर नीदरलैंड के एक डिप्लोमैट करेल वान ओस्तेरोम का ट्वीट आया। ओस्तेरोम ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन पर वोटिंग के दौरान गैर-हाजिर नहीं रहना चाहिए था। संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करें। ओस्तेरोम नीदरलैंड के लिए ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड में राजदूत हैं। ओस्तेरोम के इस ट्वीट पर तिरुमूर्ति ने उन्हें लताड़ लगाते हुए कहा कि, भारत को ज्ञान देने की कोशिश न करें। हमें पता है कि हमें क्या करना है।

यूनाइटेड नेशंस में यूक्रेन को लेकर हुए मतदान में भारत अनुपस्थित रहा है और वेटिंग के बाद बयान जारी कर अपने स्टैंड को साफ किया है। रूस और भारत के बीच गहरी दोस्ती है और रूस हर मौके पर भारत का साथ दिया है। ऐसे में जब रूस को जरूरत पड़ी है तो भारत भी एक मित्र की तरह उसका साथ दे रहा है। जिससे पश्चिमी देशों को काफी आपत्ति है। वो चाहते हैं कि भारत खुलकर रूस के खिलाफ आए। हालांकि, भारत लगातार कह रहा है कि, युद्ध खत्म किया जाए और बातचीत के जरिए मसले को सुलझाया जाए।