रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिया है। तमाम कोशिशों के बाद भी पश्चिमी देश रूस को नहीं रोक पा रहे हैं। इधर रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं और राजधानी कीव पर बड़ा हमला बोला है। जिसके बाद नाटो बौखला उठा है और इसके तीन नेता जायजा लेंगे। यह जंग अब यही नहीं रूकने वाली है आने वाले दिनों में और भी भीषण होने वाली है। क्योंकि, अमेरिका और नाटो यूक्रेन को लेकर भड़काने का काम कर रहे हैं जिसके बाद रूस संग तकरार और भी बढ़ गई है। दरअसल, NATO 35 हजार सैनिकों के साथ मिलिट्री एक्सरसाइज शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि यूक्रेन की मदद के लिए वो इन सैनिकों को जल्द भेजेगा। ऐसे में अगर नाटो यह कदम उठाता है तो यह जंग और भी भीषण हो जाएगी और पुतिन को फिर कोई नहीं रोक पाएगा।
मंगलवार को रूस ने जंग के 20वें दिन यूक्रेन की राजधानी कीव पर जबर्दस्त धावा बोल दिया है। सुबह होते ही रूसी फौजों ने कीव में भारी गोलाबारी की। इससे खई इमारतों में आग लग गई। इस बीच नाटो के तीन नेताओं ने आज युद्धग्रस्त कीव का जायजा लेने की योजना बनाई है। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि रूसी फौजों ने आज हमले में तोपों का इस्तेमाल किया। गोलाबारी से एक 15-मंजिला अपार्टमेंट में आग लग गई। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग अंदर फंस गए हैं। एक अन्य धमाके से डाउनटाउन सबवे स्टेशन का प्रवेश द्वार क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने क्षतिग्रस्त हिस्से की तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा कि अब यहां ट्रेनें नहीं रुकेंगी।
रूस ने मंगलवार को मध्य कीव की कई इमारतों पर एक साथ गोलाबारी की। धमाकों की आवाज से कीव दहल उठा। अधिकांश नागरिक पहले ही सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं। नाटो के सदस्य देशों पोलैंड, चेक रिपब्लिक व स्लोवाकिया के नेता आज कीव पहुंच रहे हैं। वे यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन जताएंगे। वे यूरोपीय संघ के मिशन के रूप में वहां जा रहे हैं।
चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला ने ट्वीट कर बताया कि 'यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन और उसकी स्वतंत्रता और स्वतंत्रता के लिए यूरोपीय संघ का समर्थन प्रकट करना है। उनके साथ स्लोवाक के प्रधानमंत्री जनेज जांजा, पोलैंड के पीएम माटेउज मोराविएकी और जारोस्लाव काकजिंस्की भी कीव जाएंगे।