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Ukraine को हारता देख पश्चिमी देशों में लगी आग! Putin को ये गंभीर बीमारी होने की फैला रहे अफवाह

जंग को हारता देख Putin को कैंसरे होने की अफवाह फैला रहे पश्चिमी देश

रूस और यूक्रेन को लेकर दुनिया की मीडिया इस वक्त एकतरफा खबरें दिखा रही है। वो सिर्फ रूस की बुराईयां और यूक्रेन की तारीफें कर रही है। यूक्रेन ने कितने लड़ाकू विमान गिराया, कितनों को मारा लेकिन, ये नहीं दिखा रहा है इस हमले में रूस को कितना ज्यादा फायदा हुआ है या फिर क्या-क्या यूक्रेन ने गंवा दिया है। यूक्रेन को पश्चिमी देशों का सहारा मिला हुई है और उन्हीं के दम पर ये जंग वो लड़ रहा है। वैसे भी ये पश्चिमी देश और रूस के बीच जंग है। पश्चिमी देश कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाकर रूस को तोड़ने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन, इसमें वो नाकामयाब रहे। अब वो झूठी खबरें और अफवाह का सहारा ले रहे हैं। जंग को हारता देख पश्चिमी देशों ने अफवाह फैलाना शुरू कर दिया है कि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कैंसर है।

मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, एक खुफिया अधिकारी ने दावा किया है कि, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को डॉक्टरों ने तीन साल का वक्त दिया है। कैंसर धीरे-धीरे बढ़ रहा है और इस वजह से उनकी आंखों की रोशनी भी जा रही है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही हैं कि राष्ट्रपति पुतिन की सेहत दिनों दिन खराब हो रही है। हालंकि रूस के विदेश मंत्री सरजेई लावरोव इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि पुतिन बीमार हैं।

सरजेई ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के अंदर बीमारी का कोई लक्षण नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक एफएसबी ऑफिशल ने यूके में रहने वाले रूस के पूर्व जासूस कारिपिकोव को संदेश भेजकर यह जानकारी दी थी। इस संदेश में लिखा गया था, हमें बताया गया है कि उन्हें जोर सिरदर्द होता है। इसके  अलावा जब वह टीवी पर आते हैं तब उन्हें बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ पेपर दिया जाता है। अक्षर इतने बड़े होते हैं कि पेज में कुछ ही वाक्य आ पाते हैं। उनकी नजर बहुत तेजी से कम हो रही है। इसके अलावा एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उनके लिंब्स भी धोखा दे रहे हैं।

अब ये अफवाह नहीं तो क्या है क्योंकि, इसी महीने एक और खबर आई थी कि, पुतिन को अपने ऐब्डोमेन से फ्लुइड निकलवाने के लिए सर्जरी करवानी पड़ी थी। बिना किसी गड़बड़ी के उनका ऑपरेशन हो गया था। हालांकि रूस की सरकार की तरफ से उनकी सेहते को लेकर किए गए ये दावे खारिज कर दिए जाते हैं। विदेश मंत्री ने कहा, मुझे नहीं लगता कि इस तरह से कोई किसी की बीमारी का पता लगा सकता है।