ग्रह-नक्षत्रों का खेल बड़ा निराला हैं। 22 सितंबर को बुध ग्रह ने कन्या राशि की निकलर तुला राशि में प्रवेश किया। इसी राशि पर गोचर करते ही बुध देव वक्री हो गए, यानी उल्टी चाल शुरु कर दी। कन्या राशि पर ही गोचर करते हुए बुध 18 अक्टूबर को रात्रि 08 बजकर 41 मिनट पर मार्गी होंगे जाएंगे यानी सीधी चाल चलेंगे। 2 नवंबर की सुबह 9 बजकर 50 मिनट पर फिर से तुला राशि में गोचर करेंगे। मार्गी अवस्था में गोचर करते हुए ये 21 नवंबर की सुबह 04 बजकर 48 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध का राशि परिवर्तन सभी राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव डालेगा।
मेष राशि– बुध का प्रभाव दाम्पत्य जीवन में और मधुरता लाएगा। शादी-विवाह से संबंधित वार्ता सफल रहेगी। प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो निर्णय शीघ्र लें। किसी भी तरह का नया कॉन्ट्रैक्ट हासिल करना हो तो उसमें भी अवसर अच्छा है। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्यो का निपटारा होगा।
वृषभ राशि– बुध का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। किसी को भी ज्यादा पैसे उधार में न दें अन्यथा आर्थिक हानि की संभावना रहेगी। आपके दुश्मन आपको नीचा दिखाने का एक भी अवसर नहीं छोड़ेंगे। झगड़े विवाद से दूर ही रहें तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामलों को बाहर ही सुलझा लेना समझदारी होगी।
मिथुन राशि– बुध का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। प्रेम संबंधी मामलों में मधुरता आएगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग बन रहे है। परिवार के वरिष्ठ सदस्य एवं बड़े भाइयों से सहयोग मिलेगा। किसी भी तरह के चुनाव से संबंधित निर्णय लेना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल है।
कर्क राशि– बुध का प्रभाव अच्छा ही रहेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। मकान अथवा वाहन का क्रय भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। जमीन जायदाद से जुड़े अन्य मामलों का भी निपटारा होगा। यात्रा सावधानीपूर्वक करें।
सिंह राशि- बुध का प्रभाव सामान्य रहेगा फिर भी, साहस पराक्रम की वृद्धि होगी। धर्म एवं आध्यात्म के प्रति भी रुचि बढ़ेगी। दान-पुण्य भी करेंगे। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा विदेशी नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। संतान संबंधी चिंता में भी कमी आएगी।
कन्या राशि- बुध का प्रभाव आर्थिक पक्ष मजबूत करेगा काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। अपनी वाणी कुशलता के बल पर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से नियंत्रण पा लेंगे। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। अपनी योजनाओं को गोपनीय रखें और जब तक पूर्ण कर लें उसे सार्वजनिक न करें।
तुला राशि– बुध का प्रभाव किसी वरदान से कम नहीं है इसलिए सोची समझी सभी रणनीतियां कारगर सिद्ध होंगी। एक बार जो ठान लेंगे उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे। किसी भी तरह का नया व्यापार शुरु करना हो तो उस दृष्टि से भी अवसर अनुकूल रहेगा। उच्चाधिकारियों से सहयोग मिलेगा। केंद्र और राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। भूमि-भवन आदि का सुख प्राप्त होगा।
वृश्चिक राशि- बुध का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। भागदौड़ की अधिकता रहेगी और अत्यधिक खर्च के कारण आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। पेट संबंधी विकार तथा चर्म रोग आदि से सावधान रहें। झगड़े विवाद से दूर रहें और कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी बाहर ही सुलझाएं।
धनु राशि– बुध का प्रभाव अच्छा ही रहेगा किंतु कहीं न कहीं आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश में लगे रहेंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में सर्विस आदि के लिए आवेदन करना सफल रहेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग की उम्मीद। संतान सुख बढेगा। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के लिए योग।
मकर राशि- बुध का प्रभाव सुखद परिणाम दिलाएगा। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। किसी भी तरह का नया कार्य अथवा व्यापार आरंभ करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। विलासितापूर्ण वस्तुओं पर खर्च होगा। अपनी ऊर्जाशक्ति का पूर्ण उपयोग करें। राजनीतिज्ञों से नजदीकियां बढ़ेंगी। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।
कुंभ राशि- बुध का प्रभाव धर्म एवं आध्यात्म के प्रति गहरी रूचि प्रदान करेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। अपने साहसिक निर्णय एवं शौर्यके बलपर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे।
मीन राशि- बुध का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। दवाओं रिएक्शन तथा चर्म रोग से बचें। कार्य क्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें। काम संपन्न करें और सीधे घर आएं। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से सम्बंधित मामले भी बाहर ही सुलझा लेना समझदारी होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा और काफी दिनों का दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद है।