साल 2021का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19नवबंर को लगने जा रहा हैं। साल का पहला चंद्रग्रहण 6 मई 2021को लगा था और अब दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19नवंबर को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी की छाया सूर्य से आने वाले प्रकाश को अवरुद्ध कर देती है। इससे चंद्रमा पृथ्वी के उपछाया के नीचे आ जाता है, जिसके परिणामस्वरूप आंशिक या पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है। भारत में ये चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण के तौर पर दिखाई देगा, जिस कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा।
यह चन्द्र ग्रहण पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, पैसिफिक, उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका से दर्शनीय होगा। साल के इस आखिरी चंद्र ग्रहण का राशियों पर भी प्रभाव देखने को मिलेगा। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ और कृतिका नक्षत्र में लगेगा। ऐसे में इस राशि और इस नक्षत्र में जन्मे लोगों को इस दिन सावधानी बरतने की खास जरूरत है।वृषभ राशि के लोग इस दौरान किसी भी वाद-विवाद में पड़ने से बचें।
साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का समय
उपच्छाया से पहला स्पर्श- 02:18पी एम
प्रच्छाया से पहला स्पर्श- 03:15पी एम
खग्रास प्रारम्भ- 04:43पी एम
परमग्रास चन्द्र ग्रहण- 04:48पी एम
खग्रास समाप्त- 04:54पी एम
प्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श- 06:21पी एम
उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श- 07:19पी एम
खग्रास की अवधि- 00घण्टे 11मिनट्स 16सेकण्ड्स
खण्डग्रास की अवधि- 03घण्टे 06मिनट्स 22सेकण्ड्स
उपच्छाया की अवधि- 05घण्टे 00मिनट्स 39सेकण्ड्स
चन्द्र ग्रहण का परिमाण- 1.01
उपच्छाया चन्द्र ग्रहण का परिमाण- 1.95