केंद्र की मोदी सरकार लगातार लोगों के हितों में कई काम कर रही है जिसके बारे में ना तो कभी पिछली सरकारों ने ऐसा किया था और ना ही कभी किसी ने आवाज उठाई थी। गरीब तबके के लोग आज कई सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं जो केंद्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है। अब मोदी सरकार दिवाली का तोहफा देते हुए सभी केंद्रीय विभागों में काम करने वाले गैर-सरकारी कर्मचारियों को भी दीपावली का तोहफा दिया है। श्रम मंत्रालय ने इन कर्मचारियों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ा दी है। यह सरकार की ओर से उठाया गया काफी बड़ा कदम है। इसके तहत अब 377 रुपये निर्धारित की गई है। वहीं, 864 रुपये प्रतिदिन की सबसे अधिक मजदूरी होगी। सरकार ने ये बदवाल महंगाई को देखते हुए किया है।
यह फैसला 1 अक्टूबर से प्रभावी हो जाएगा और सरकार के इस फैसले के बाद 1.5 करोड़ कर्मचारियों को सीधा फायदा मिलोगा। केंद्र सरकार से जुड़े सभी विभाग, रेलवे प्रशासन, खनन, आयल फील्ड्स और सार्वजनिक कंपनियों में काम करने वाले गैर-सरकारी कर्मचारियों को इस फैसले का लाभ मिलेगा। केंद्रीय विभागों में अनुबंध और आकस्मिक रूप से काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी फैसला लागू होगा।
केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि, केंद्रीय विभागों में निर्माण, सड़कों के रखरखाव, रनवे, बिल्डिंग संचालन, सफाई, लोडिंग-अनलोडिंग, खनन, कृषि जैसे क्षेत्रों में अनुसूचित रोजगार के तहत काम करने वाले 1.5 करोड़ श्रमिकों को सरकार के इस फैसले से काफी लाभ मिलेगा। न्यूनतम मजदूरी दर में एरिया के अनुसार बदवाल किया गया है। सभी एरिया को ए, बी और सी श्रेणी में बांटा गया है।
कुशल, गैर कुशल अर्धकुशल, उच्च-कुशल श्रमिकों के लिए अलग-अलग न्यूनतम मजदूरी दर होगी। निर्माण क्षेत्र के गैर-कुशल कामगार को 'ए' श्रेणी एरिया में रोजाना 654 रुपये तो 'बी' श्रेणी एरिया में रोजाना 546 रुपये तो सी श्रेणी में 437 रुपये रोजाना मिलेंगे। उच्च-कुशल कामगार को ए श्रेणी एरिया में 864 रुपये, बी श्रेणी एरिया में 795 रुपये तो सी श्रेणी एरिया में 724 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।
कृषि क्षेत्र में काम करने वाले अकुशल श्रमिकों को ए श्रेणी एरिया में 417 रुपये, बी श्रेणी एरिया में 380 रुपये तो सी श्रेणी में 377 रुपये रोजाना की न्यूनतम मजदूरी होगी। खनन क्षेत्र में खदान के अंदर काम करने वालों को खदान के बाहर काम करने वालों से अधिक मजदूरी मिलेगी। खदान के अंदर काम करने वाले अकुशल कामगार को रोजाना कम से कम 546 रुपये और उच्च श्रमिक को 851 रुपये मिलेंगे। खदान के ऊपर काम करने वाले अकुशल कामगार को रोजाना कम से कम 437 रुपये और उच्च प्रशिक्षित श्रमिक को रोजाना 762 रुपये मिलेंगे।