टी20 वर्ल्ड कप के अपने दूसरे मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने सात विकेट पर 110 रन बनाए। जवाब में कीवी टीम ने 33 गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। इस हार से भारत के सेमीफाइनल में जाने की राह लगभग बंद हो गई है। यहां से कोई चमत्कार ही भारत को सेमीफाइनल में पहुंचा सकता है।
सितारों से भरी भारतीय टीम 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर सिर्फ 110 रनों का मामूली स्कोर ही बना सकी है। एक बार फिर टॉप ऑर्डर फेल हुआ, लेकिन इस बार मिडिल ऑर्डर भी कोई कमाल नहीं कर सका। रवींद्र जडेजा (26 रन, 19 गेंद) ही कुछ रन जुटा सके। न्यूजीलैंड के लिए ट्रेंट बोल्ट (3/20) और इश सोढ़ी (2/17) ने भारत की बुरी हाल की कहानी लिखी। कम स्कोर के कारण न्यूजीलैंड के दोनों ओपनर डारेल मिशेल () और मार्टिन गप्टिल के बॉडी लैंग्वेज में न कोई बेचैनी दिखायी पड़ी और न ही माथे पर बल। कम स्कोर होने के कारण इन दोनों को पिच पर सेट होने के लिए जरूरी स्पेस मिल गया था, लेकिन इन्होंने यह स्पेस न लाते हुए आक्रामक शुरुआत की।
शीर्ष क्रम फिर से फ्लॉप रहा। भारत ने न्यूजीलैंड को चौंकाते हुए इस बार ईशान किशन (4) और केएल राहुल (18) से पारी की शुरुआत करायी, लेकिन भारतीय ओपनर बड़ी जरूरत के मौके पर नाकाम रहे। नंबर तीन पर खेलने आए रोहित शर्मा (18) भी सहज नहीं दिखे, तो विराट भी (9) नाकाम रहे। वह तो भला हो निचले क्रम में हार्दिक पंड्या (23) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 26) का, जिन्होंने कुछ टिकने और इक्का-दुक्का शॉट लगाने में सफलता हासिल की। ये छोटी उपयोगी पारियां नहीं खेलते, तो भारत शायद एक बार को सौ का भी आंकड़ा नहीं छू पाता। इन दोनों ने टिकने के साथ धैर्य भी दिखाया और असर यह रहा कि भारत कोटे के 20 ओवरों में 7 विकेट पर 110 रनों तक पहुंचने में कामयाब रहा।
टारगेट का पीछा करते हुए कीवी टीम की शुरुआत खराब रही और चौथे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने मार्टिन गुप्टिल को 20 रन पर आउट कर टीम को पहली सफलता दिलाई। हालांकि, इसके बाद डैरेल मिचेल और केन विलियम्सन ने भारत को वापसी का मौका नहीं दिया और दूसरे विकेट के लिए 54 गेंदों पर 72 रन जोड़े। मिचेल 49 का विकेट भी बुमराह ने लिया।