देश में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा हैं। वैक्सीनेशन का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा हैं। ये ग्राफ अब 110.18 करोड़ को पार कर चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बुधवार शाम सात बजे तक टीके की 52,28,589 से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं। लेकिन अभी कुछ लोग हैं जो वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। इन लोगों को प्रेरित करने के लिए महाराष्ट्र में ठाणे महानगरपालिका यानी टीएमसी ने एक नया तरीका निकाला हैं। टीएमसी में जिन कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई हैं, उसे सैलरी न देने का फैसला किया है।
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टीएमसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक बैठक में यह फैसला लिया। जिसके मुताबिक, नगर निकाय के जिन कर्मचारियों ने टीके की पहली खुराक भी नहीं ली है, उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा। दूसरी खुराक लेने के पात्र होने के बावजूद टीका न लगवाने वाले कर्मचारियों को भी वेतन नहीं दिया जाएगा। टीएमसी ने सभी नगर निकाय कर्मचारियों के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र अपने संबंधित कार्यालयों में जमा करना भी अनिवार्य कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि शहर में इस महीने के अंत तक शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ये कदम उठाए गए हैं।
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टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए कई कदम उठाया जा रहा है। इस कड़ी में हर घर दस्तक कार्यक्रम भी चलाया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारी, आशा मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता कार्यकर्ता और नर्स घर-घर जाकर लोगों को टीके लगाएंगे। इसके लिए 167 दलों का गठन किया गया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ठाणे में कोविड19 के 118 नए मामले सामने आने के बाद जिले में संक्रमण के मामले बढ़कर 5,66,749 हो गए थे तथा एक और व्यक्ति की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 11,543 हो गई थी।