भारतीय वायुसेना के लिए आज का दिन बेहद खास है। आज बालाकोट एयर स्ट्राइक के हीरो रहे अभिनंदन वर्धमान को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अलंकरण समारोह में वीर चक्र से सम्मानित किया। दरअसल, पुलवामा अटैक के बाद 27 फरवरी 2019 को हुए हवाई संघर्ष में अभिनंदन वर्धमान ने एफ-16 फाइटर जेट को मार गिराया था। इसके बाद वो तीन दिनों तक पाकिस्तान के कब्जे में रहे थे। इसी साल 3 नवंबर को उन्हें प्रमोट करके ग्रुप कैप्टन की जिम्मेदारी दी गई थी। यह पद भारतीय सेना में कर्नल रैंक के बराबर का होता है।
आपको बता दें कि 14 फरवरी 2019 आतंकियों ने पुलवामा में हमला कर दिया। इसमें 40 जवान शहीद हो गए। भारतीय वायुसेना ने 12 दिन बाद 25 फरवरी 2019 को पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की और वहां के आतंकी कैंपों को तहस नहस कर दिया। हमले में सैकड़ों आतंकी भी मारे गए। इसकी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के युद्धक विमान भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन कर हमले की कोशिश की। मिग 21 लेकर उड़े विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान के एफ-16 को मार गिराया, लेकिन कुछ देर बाद उनका विमान भी क्रैश हो गया, उन्होंने जान बचाने के लिए पैराशूट से छलांग लगा दी।
इस दौरान वो पीओके की जमीन पर पहुंच गए। पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ कर युद्ध बंदी बना लिया, लेकिन भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण पाकिस्तान को अभिनंदन को भारत को सौंपना पड़ा। पाकिस्तान की जमीन पर दुश्मनों को धूल चटाने वाले अभिनंदन को वीर चक्र से आज सम्मानित किया गया। आपको बता दें कि वीर चक्र भारत का युद्ध के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों को असाधारण वीरता या बलिदान के लिए दिया जाता है। वरियता में यह महावीर चक्र के बाद आता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। इस पुरस्कार की स्थापना 26 जनवरी 1950 को हुई थी। अभिनंदन से पहले यह पुरस्कार करगिल वॉर के हीरो हवलदार चुन्नी लाल को दिया गया था।