अगले साल होने वाले आईपीएल के 15वें सीजन से पहले रिटेंशन की प्रक्रिया 30 नवंबर को खत्म हो जाएगी। इसके बाद फैंस और फ्रैंचाइजी सभी की नजरें अगले साल के मेगा ऑक्शन पर टिकी होंगी जो टीमों की सूरत तय करेगी। अगले साल आईपीएल में 8 की जगह 10 टीमें होंगी। लखनऊ और अहमदाबाद की दो नई टीमें पहली बार लीग में हिस्सा लेंगी। इस बीच रवींद्र जडेजा को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है।
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खबरों की माने तो लखनऊ फ्रेंचाइजी पर आरोप लगा है कि वह दूसरी टीमों से खिलाड़ियों को बड़ी रकम का हवाला देकर छीन रही है। इसमें पंजाब किंग्स के केएल राहुल और सनराइजर्स हैदराबाद के राशिद खान को ऑफिर दिए जान की खबरें हैं। इस बारे में कथित तौर पर पंजाब व हैदराबाद की ओर से BCCI को शिकायत की गई है। किसी भी खिलाड़ी का ऑक्शन से पहले अपनी रकम को लेकर दूसरी टीमों से मोलभाव करने की आईपीएल में मनाही है। इस तरह का मामला आने पर खिलाड़ी को बैन झेलना पड़ता है। IPL 2010 से पहले रवींद्र जड़ेजा इस तरह की गतिविधियों में पकड़े गए थे और उनपर एक सीजन का प्रतिबंध लगा था।
2008 आईपीएल में रवींद्र जडेजा राजस्थान रॉयल्स टीम में थे, फिर 2009 में भी इसी टीम से खेले। लेकिन 2010 के आईपीएल से पहले यह खबर सामने आई कि जडेजा ने आईपीएल में खिलाड़ियों से जुड़ी गाइडलाइंस को तड़ते हुए वो एंटी टीम गतिविधियों में शामिल पाए गए। जडेजा के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई जिसके बाद जांच में वो दोषी पाए गए। खबरें आई कि जडेजा ने दूसरी फ्रेंचाइजियों से ज्यादा रकम के लिए बात की जबकि उस समय उनके पास राजस्थान रॉयल्स का कॉन्ट्रेक्ट था।
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आपीएल गवर्निंग काउंसिल की ओर से बयान आया कि जडेजा ने मुंबई इंडियंस के प्रतिनिधियों से बात की थी। उन्हें अपने कॉन्ट्रेक्ट डॉक्यूमेंट दिए और मुंबई इंडियंस से कागजात भी लिए। इसके बाद जडेजा पर एक साल का बैन लगा दिया गया। रवींद्र जडेजा इस बैन की वजह से आईपीएल 2010 में नहीं खेले।