भारतीय सेना आज अपना 74वां स्थापना दिवस मना रही है। चीन और पाकिस्तान की निगाहें ही नहीं कान भी भारत की ओर लगे हुए हैं। चीन और पाकिस्तान में खलबली है कि आज इंडियन आर्मी चीफ एमएम नरवणे क्या खास मैसेज देने वाले हैं। जनरल नरवणे के मैसेज में चीन और पाक से भावी सैन्य संबंधों की इबारत छुपी होगी। हालांकि भारत लगातार आक्रामक है।
चीन के अतिक्रमण और पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों का माकूल जवाब भारतीय सेना संयम के साथ दे रही है। संयम या सब्र की भी एक हद होती है। जनरल नरवणे चीन और पाक को पहले ही जता चुके हैं कि अगर जंग हुई को इंडियन आर्मी फतह का परचम लहराएगी। चीन और
पाकिस्तान जनरल नरवणे की इस ललकार से सहमे हुए हैं। इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान कम से कम सौ साल तक भारत से जंग नहीं चाहता। वहीं चीन के आर्मी जनरलों के हवाले से चीन के मुखपृष्ठ ने कहा कि सीमा विवाद सुलझाने की कोशिशें चल रही हैं। यानी दोनों दुश्मन जनरल नरवणे की ललकार के बाद घुटनों पर आ चुके हैं।
भारत राजनीतिक तौर पर 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था लेकिन भारतीय सेना को अंग्रेजी अफसरों की गुलामी से निकलने में दो साल और लग गए। आज ही के दिन यानी 15जनवरी 1949में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान अपने हाथ में ली थी।
हर वर्ष 15 जनवरी को पूरा देश भारतीय थल सेना के अदम्य साहस, उनकी वीरता, शौर्य और शहादत को याद करता है। इंडियन आर्मी डे सभी सैन्य कमांड मुख्यालय में आयोजित किया जा रहा है। आर्मी डे सभी कार्यक्रमों का आयोजन कोविड प्रोटोकॉल के साथ किया जा रहा है।