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Beijing-3 चीन ने आसमान में छोड़ा शैतानी जासूस, इंडियन आर्मी से खौफजदा ड्रैगन ने रची साजिश, कैसे निपटेगा भारत, देखें रिपोर्ट

चीन ने इंडियन आर्मी के खिलाफ आसमान में तैनात शैतानी जासूस Beijing-3

इंडियन एयरफोर्स और इंडियन आर्मी की कुव्बत से हैरान-परेशान चीन ने भारत पर खुफिया सैटेलाइट तैनात कर दिया है। यह सैटेलाइट अमेरिका के खुफिया सैटेलाइट से भी बड़ा और आधुनिक उपकरणों से लैस है। चीन की इस सैटेलाइट की खूबी है कि सड़क पर चलते वाहनों में से आर्मी के वाहनों को पहचान सकता है और उन पर लाद कर कौन सा सामान, किस दिशा में ले जाया रहा है- यह सब बीजिंग को चंद सेकेंड्स में पता चल जाएगा। मतलब यह कि भारत के किसी भी छोर से इंडियन आर्मी के मूवमेंट की जानकारी बीजिंग में बैठे भारत के दुश्मनों को मिल सकती है। ड्रैगन की इस साजिश से निपटने के लिए इंडियन आर्मी नई रणनीति बना रही है।   

बीजिंग-3 नाम के इस चीनी सैटलाइट एक टन वजनी है और किसी देश में सड़क पर जा रहे सेना के वाहनों और उस पर लदे हथियारों को मात्र कुछ सेकंड में पहचान सकता है। यह अमेरिकी सैटेलाइट से भी ज्यादा अत्याधुनिक है। चीन का यह जासूसी सैटेलाइट इंडियन आर्मी के लिए चुनौती बन गया है। इंडियन आर्मी लद्दाख से लेकर अरुणाचल तक चीन के दुस्साहस का सामना कर रही है।

चीन के इस खुफिया सैटेलाइट को अमेरिका ने ही पकड़ा है। इसको सैन फ्रांसिस्को के आसमान में उस समय लोकेट किया गया जब वो अमेरिका की खुफिया इमेजेस हासिल कर रहा था। इस सैटेलाइट की गति भी काफी तेज है और यह तेज गति से घूमते हुए जमीन पर रेंग रहे वाहनों की हू-ब-हू पिक्चर उतार रहा था। आम तौर पर धरती की या धरती पर चलने वाली वस्तुओं की तस्बीर लेते समय सैटेलाइट्स को स्थिर होना पड़ता है, मगर चीन का यह सैटेलाइट तेज गति से घूमते हुए भी तस्बीरें ले सकता है।

अंतरिक्ष विज्ञानियों का कहना है किचीनी सैटलाइट धरती के इतने बड़े हिस्‍से को कैप्‍चर कर सकता है जिसे अबतक कैमरे में कैद नहीं किया जा सका था। चीनी उपग्रह ने करीब 500 किमी की ऊंचाई से धरती की तस्‍वीर ली थी और इसका रेजोल्‍यूशन 50 सेंटीमीटर प्रति प‍िक्‍सल था। उस समय सैटलाइट की बॉडी 10 डिग्री प्रति सेकंड की दर से घूम रही था। इतनी स्‍पीड पहले किसी सैटलाइट में नहीं देखी गई थी।

अमेरिका के इस खुलासे के बाद बीजिंग-3 प्रोजेक्ट पर काम करने वाले चीनी साइंटिस्टयांग फांग ने कहा कि हमारी तकनीक दुनिया में प्रमुख स्‍थान पर पहुंच गई है। फांग ने दावा किया कि बीज‍िंग-3 सैटलाइट धरती की निगरानी करने वाला दुनिया का सबसे शक्तिशाली सैटलाइट हो सकता है। यह सैटलाइट वो सारे काम कर रहा है जिसे अब तक असंभव माना जाता रहा है।

हालांकि फांग ने यह नहीं कहा कि बीजिंग-3 दुश्मन देशों की सैन्य गतिविधियों की जानकारी हासिल करेगा, लेकिन उनकी बातों से यह साफ हो गया है कि अमेरिका-रूस ही नहीं भारत की भी सैनिक हलचलों की जानकारी अब बीजिंग को मिल रही है।