पाकिस्तान की सत्ता में इमरान खान के आने के बाद से देश की हालत खराब है। आम जनता महंगाई की मार खा रही है। पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने के दामों में इतना इजाफा हो गया है कि दूध 200 रुपये लीटर बीक रहा है। इसके साथ ही दुनिया में भी पाकिस्तान की छवी लागातार खराब होते जा रही है। जिसके चलते दुनिया का कोई भी देश पाकिस्तान को पैसा देना तो दूर निवेश करने तक से हिचकिचा रहा है। अब इमरान खान की कुर्सी कभी भी छीन सकती है क्योंकि, इसके लिए विपक्षी दल किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।
पाकिस्तान के विपक्षी दल शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एक साथ नजर आए। स्थानीय मीडिया के मुताबिक पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने इमरान सरकार गिराने के लिए सभी हथकंडे अपनाने पर सहमति जताई। विपक्षी दलों ने कानूनी, संवैधानिक और राजनीतिक विकल्पों का इस्तेमाल कर इमरान सरकार गिराने पर सहमति व्यक्त की।
जियो न्यूज की एक रिपोर्ट की माने तो, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने कहा कि, अगर हम इस देश को विनाश से बचाना चाहते हैं, तो हमें इस सरकार से छुटकारा पाना होगा। पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी, पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के पीएमएल-एन अध्यक्ष के आवास पर लंच मीटिंग में शामिल होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। शरीफ ने कहा, अगर हमने हाथ नहीं मिलाया और आज एक साथ नहीं आए, तो यह देश हमें माफ नहीं करेगा। हमने (पीएम इमरान खान के खिलाफ) अविश्वास प्रस्ताव के विकल्प के बारे में गहराई से बात की।
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इसके आगे जियो न्यूज ने बताया कि शाहबाज ने आगे आगे कहा कि, बैठक के प्रतिभागियों ने सरकार विरोधी लॉन्च मार्च पर आम सहमति बनाने की भी कोशिश की और दो से तीन सिफारिशें भी की गईं। पीपीपी ने घोषणा की है कि वह 27 फरवरी को कराची से इस्लामाबाद तक पीटीआई सरकार के खिलाफ एक लंबे मार्च का नेतृत्व करेंगी। पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के खिलाफ भी पीडीएम ने 23 मार्च (पाकिस्तान दिवस) के ही दीन धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है।