चुनावी पंडितों का फोकस उत्तर प्रदेश से अचानक पंजाब की ओर घूम गया है। कारण बहुत गंभीर है। कारण नहीं बल्कि गंभीर आरोप है। यह आरोप पंजाब के चीफ मिनिस्टर चरणजीत सिंह चन्नी ने दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल पर लगे आरोपों की जांच के लिए प्रधानमंत्री मोदी से निष्पक्ष जांच की मांग भी की है। अगर चन्नी चुनावी या पार्टी के लेटरहेड के बजाए मुख्य सचिव यानी शासन की ओर से ऐसी शिकायत करते हैं तो मामला और भी गंभीर हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो केजरीवाल के खिलाफ एनआईए प्रारंभिक जांच शुरू कर सकती है। चन्नी ने देश के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास के आरोपों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी है।
As CM of Punjab, I request Hon'ble PM @narendramodi Ji to order an impartial enquiry in the matter of @DrKumarVishwas Ji’s video. Politics aside, people of Punjab have paid a heavy price while fighting separatism. Hon’ble PM needs to address the worry of every Punjabi. pic.twitter.com/aoSwie55yx
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) February 17, 2022
कवि कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। कुमार विश्वास ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल 2017के विधानसभा चुनावों के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के लिए अलगाववादी तत्वों का समर्थन लेने के लिए तैयार थे।
कुमार विश्वास ने दावा किया कि केजरीवाल ने यहां तक कह दिया था कि वह या तो पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या एक स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदर्भ) के पहले प्रधानमंत्री।कवि कुमार विश्वास ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "एक दिन उन्होंने मुझसे कहा कि वह या तो पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे या एक स्वतंत्र राष्ट्र (खालिस्तान) के पहले प्रधानमंत्री बनेंगे।"
गुरुवार को पंजाब के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी ने एक विवादास्पद पत्र जारी कर मीडिया घरानों, राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों को कुमार विश्वास के साक्षात्कार को प्रकाशित करने से रोक दिया था। हालांकि, पत्र को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जल्द ही वापस ले लिया।
सीएम चन्नी ने बाद में पीएम मोदी से कुमार विश्वास के दावों की निष्पक्ष जांच का आदेश देने का अनुरोध करते हुए कहा कि पंजाब के लोगों ने अलगाववाद की भारी कीमत चुकाई है। उन्होंने कहा, “पंजाब के सीएम के रूप में मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कुमार विश्वास जी के वीडियो के मामले में निष्पक्ष जांच का आदेश देने का अनुरोध करता हूं। राजनीति एक तरफ है। पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है। माननीय पीएम को हर पंजाबी की चिंता को दूर करने की जरूरत है।” उन्होंने पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी के पत्र को साझा करते हुए ट्वीट किया।
इस बीच, आम आदमी पार्टी नेता राघव चड्ढा ने इसे केजरीवाल को बदनाम करने की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा, “आप को पंजाब में सरकार बनाने से रोकने के लिए सभी दल एक साथ आए। साजिश के तहत कांग्रेस, भाजपा और अकाली नेता लगातार झूठे बयान दे रहे हैं और अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं।”
राघव चड्ढा के जवाब पर फिर कुमार विश्वास ने चुटकी ली और कहा ‘चिंटुओ’ आका को सामने लाओ। बहरहाल, अगर बीजेपी या प्रधानमंत्री कार्यालय ने चन्नी की चिट्ठी पर संज्ञान ले लिया तो अरविंद केजरीवाल ही नहीं आम आदमी पार्टी पर ही संकट आ जाएगा। इस पूरे प्रकरण में एक खास बात यह है कि हर बात पर अरविंद केजरीवाल का बचाव करने के लिए आगे आने वाले मनीष सिसोदिया की चुप्पी भी गंभीर इशारा कर रही है।