यूक्रेन और रूस के बीच गतिरोध बरकरार है। जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है। यूक्रेन संकट ग्लोबल मार्केट को नुकसान पहुंचाया है। दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति के कारण शेयर बाजार में पांचवें दिन भी गिरावट देखने को मिली। बाजार के खुलते ही सेंसेक्स 1000 अंकों तक गिर गया और निफ्टी में 250 से ज्यादा की गिरावट दिख रही है। कहा जा रहा है कि यूक्रेन संकट जब तक रहेगा, तब तक बाजार में कोई राहत नहीं मिलने वाली है।
दरअसल, युद्ध की आशंका के चलते दुनिया भर के इन्वेस्टर्स सहमे हुए हैं और सुरक्षित निवेश में ही रुचि ले रहे हैं। इस कारण दुनिया भर के बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है। इसका असर घरेलू बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। बाजार के खुलते ही सेंसेक्स 1000 अंकों तक गिर गया और निफ्टी में 250 से ज्यादा की गिरावट दिख रही है। लगातार पांचवे दिन भी शेयर बाजार की स्थिति ठीक नहीं रही. जबकि इससे पहले पिछला सप्ताह भी घरेलू बाजार के लिए बुरा साबित हुआ था। बजट के चलते बाजार में आई तेजी पूरी तरह से गायब हो चुकी है।
पिछले सप्ताह बाजार अमेरिका में ब्याज दर जल्दी बढ़ाये जाने की चिंता से परेशान था। यह तनाव घटा नहीं था कि यूक्रेन संकट ने बाजार की हालत और बिगाड़ दी। यूक्रेन संकट के चलते कच्चा तेल 7 साल के उच्च स्तर पर जा चुका है। आशंका है कि क्रूड ऑयल 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर सकता है. यदि ऐसा हुआ तो यह वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ पर भारी साबित होगा। आज सुबह 09:20 बजे तक सेंसेक्स करीब 990 अंक गिरा और 56,700 अंक से नीचे ट्रेड कर रहा था। इसी तरह निफ्टी 300 अंक से ज्यादा टूटकर 17 हजार अंक से भी नीच आ चुका था। ऐसे में आगे भी शेयर बाजार की हालत आर खराब हो सकती है।