रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो हफ्तों का समय हो गया है। युद्ध की वजह से यूक्रेन के हालात दिनोंदिन नाजुक होते जा रहे हैं। यूक्रेन निवासियों के साथ-साथ हर विदेशी नागरिक इस संकट से निलकने के लिए प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में भारत ऑपरेशन गंगा के तहत अपने नागरिकों को निकालने में जुटा हुआ है। भारत ने यूक्रेन में फंसे 12 हजार से ज्यादा छात्रों को निकाला जा चुका है। भारत के इस कारनाम को देखने के बाद बाकी देशों के नागरिकों को अपने देश से ज्यादा भरोसा हिंदुस्तान पर हो रहा है। पाकिस्तानी नागरिक भी भारत का झंड़ा लेकर यूक्रेन से निकल रहे रहे।
यह भी पढ़ें- इमरान खान को अमेरिका की नसीहत- 'PM Modi से पंगा लेना भयंकर, पाक के उकसाने पर मिटा सकते है हस्ती'
भारत की मदद से यूक्रेन संकट से निकलने के बाद पाकिस्तान के लाहौर की रहने वाली आसमा शफीक ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया। आसमा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आसमा ने कहा, 'मेरा नाम आसमा शफीक है। मैं कीव में स्थित भारतीय दूतावास की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमें हरसंभव मदद की। हम यहां बहुत कठिन परिस्थिति में फंस गए थे। मैं भारत के प्रधानमंत्री का भी शुक्रगुजार हूं कि उनकी बदौलत हम यहां से निकल पाए, मदद करने के लिए लिए आपका धन्यवाद। भारतीय दूतावास की बदौलत हम घर सुरक्षित जा रहे हैं। थैंक्यू।' सुनिए वीडियो में वह क्या कह रही हैं-
#WATCH | Pakistan's Asma Shafique thanks the Indian embassy in Kyiv and Prime Minister Modi for evacuating her.
Shas been rescued by Indian authorities and is enroute to Western #Ukraine for further evacuation out of the country. She will be reunited with her family soon:Sources pic.twitter.com/9hiBWGKvNp
— ANI (@ANI) March 9, 2022
यह भी पढ़ें- पुतिन ने NATO को दी आखिरी चेतावनी- 'यूक्रेन को भेजे घातक हथियार तो मिटा देंगे तुम्हारा नामोनिशान'
यूक्रेन में पिछले 13 दिनों से जंग जारी है। युद्ध रोक कर मानवीय गलियारे से बड़ी संख्या में लोगों को निकाला गया। फंसे भारतीयों व अन्य लोगों को निकालने के लिए पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन व यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर चर्चा की थी। दोनों नेता इस पर कुछ घंटों के लिए जंग रोकने पर रजामंद हो गए थे। जंग के बीच कई बार संघर्ष रोक कर लोगों को निकाला गया है। उधर, यूक्रेन की सड़कों पर शव बिखरे पड़े हैं। गंभीर मानवीय संकट खड़ा हो गया है। लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं। सैकड़ों जानें जा चुकी हैं।