भारत 'ऑपरेशन गंगा' के तहत भारतीय समेत पड़ोसी देशों के नागरिकों को भी यूक्रेन से सुरक्षित निकाल रहा है। बांग्लादेश हो या नेपाल हो या फिर पाकिस्तान हो, भारत कई देशों की ऑपरेशन गंगा के तहत मदद कर रहा है और उन्हें युद्धक्षेत्र से सुरक्षित निकाल रहा है। इसी कड़ी में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने 9 बांग्लादेशी छात्रों को बचाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से शुक्रिया कहा है। शेख हसीना ने 'ऑपरेशन गंगा' के तहत यूक्रेन से 9 बांग्लादेशी नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
Prime Minister of Bangladesh Sheikh Hasina thanks PM Narendra Modi for rescuing its 9 nationals from Ukraine under ‘Operation Ganga’. Nepalese, Tunisian students were also rescued under this operation: Government sources
(file photos) pic.twitter.com/lXcMt8zu4A
— ANI (@ANI) March 9, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑपरेशन गंगा के तहत नेपाल और ट्यूनेशिया के छात्रों को भी बचाया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक नेपाल के महोत्तरी जिल के रोशन झा को भी भारतीय अधिकारियों ने सुरक्षित निकाला था। रोशन ने इसके लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया था। बाद में काठमांडू स्थित भारतीय एंबेसी ने सूचित किया था कि भारत सरकार पोलैंड के रास्ते सात और नेपाली नागरिकों को निकाल रही है। आपको बता दें कि पाकिस्तानी छात्रा आसमा शफीक ने भी भारत सरकार की जमकर तारीफ की है।
#WATCH | Pakistan's Asma Shafique thanks the Indian embassy in Kyiv and Prime Minister Modi for evacuating her.
Shas been rescued by Indian authorities and is enroute to Western #Ukraine for further evacuation out of the country. She will be reunited with her family soon:Sources pic.twitter.com/9hiBWGKvNp
— ANI (@ANI) March 9, 2022
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आसमा शफीक यूक्रेन की राजधानी कीव युद्धग्रस्त इलाके में फंस गई थी। जब आसमा को भारतीय दूतावास से लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयासों का बारे में पता चला तो उसने भारतीय अधिकारियों से संपर्क किया। भारतीय दूतावास ने आसमा को भी अन्य भारतीयों के साथ यूक्रेन से सुरक्षित निकाला। आसमा ने पीएम मोदी और भारतीय दूतावास का आभार माना। आसमा ने कहा- 'मेरा नाम आसमा शफीक है। मैं कीव में स्थित भारतीय दूतावास की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमें हरसंभव मदद की। हम यहां बहुत कठिन परिस्थिति में फंस गए थे। मैं भारत के प्रधानमंत्री की भी शुक्रगुजार हूं कि उनकी बदौलत हम यहां से निकल पाए, मदद करने के लिए लिए आपका धन्यवाद। भारतीय दूतावास की बदौलत हम घर सुरक्षित जा रहे हैं। थैंक्यू।'