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Pakistan की गर्दन चीन के हाथ में, अब इतने अरब डॉलर के कर्ज के लिए गिड़गिड़ा रहे इमरान खान

Pakistan की गर्दन चीन के हाथ में

पाकिस्तान इस वक्त कंगाली के रास्ते पर है। देश की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। मुल्क विश्व कर्ज से दबा जा रहा है। इमरान खान की सरकार किसी भी वक्त गिर सकती है। मुल्क में दुख, घी, गैस, तेल लगभग हर रासन के सामानों के दामों में भारी वृद्धि है। जिसके चलते जनता अब इमरान खान को कुर्सी से उखाड़ फेंकना चाहती है। यहां तक कि पाकिस्तान में चीन अपने कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। चीन अपने चाल में आगे बढ़ता नजर आ रहा है क्योंकि, अब पाकिस्तान की पूरी गर्दन उसके हाथ में आ गई है। पाकिस्तान ने एक बार फिर से चीन के सामने 21अरब डॉलर के कर्ज के लिए गिड़गिड़ाया है।

मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, पाकिस्तान ने चीन से 21अरब डॉलर का कर्ज मांगा है। मीडिया ने विश्वसनीय सूत्रों का हवाला देते हुए कहा है कि पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने चीन में अपने राजदूत मोइन उल हक से इस्लामाबाद के 21अरब डॉलर के वित्तीय पैकेज के अनुरोध पर अपडेट मांगा है। बिजनेस रिकॉर्डर के अनुसार, पाकिस्तान ने भविष्य की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने और वित्तीय चुनौतियों से निपटने के लिए चीन से 21बिलियन अमरीकी डालर की वित्तीय सहायता का अनुरोध किया है। पाकिस्तान ने चीन से नए लोन के तहत 10.735बिलियन अमरीकी डालर और डिपॉजिट फंड के रूप में 10बिलियन अमरीकी डालर का लोन मांगा है।

इस साल 18फरवरी को पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने चीन में अपने राजदूत को लिखे पत्र में कहा था कि 3-6फरवरी को प्रधानमंत्री इमरान खान की चीन यात्रा के दौरान कई एजेंडा आइटम चर्चा में आए। वहीं, पाकिस्तान ने 10अरब अमेरिकी डॉलर की जमा राशि का प्रावधान करने का भी अनुरोध किया है। इसके अलावा, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने मुद्रा विनिमय व्यवस्था को बढ़ाकर 15बिलियन अमेरिकी डॉलर करने का प्रस्ताव किया है। प्रधानमंत्री इमरान खान के अकुशल नेतृत्व में इस्लामाबाद की वित्तीय स्थिति एक अनिश्चित स्थिति में है। बिजनेस रिकॉर्डर ने कहा कि आवंटन में चीन का हिस्सा 29.22अरब एसडीआर आया था। पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने अपने हिस्से के एक हिस्से के इस्तेमाल के लिए या तो द्विपक्षीय रूप से या आईएमएफ द्वारा स्थापित एक तंत्र के माध्यम से चीनी सहमति का अनुरोध किया है।

कुल मिलाकर पाकिस्तान इस वक्त बुरी तरह से फंसा हुआ है। इमरान खान की सरकार खतरे में है। जहां पाकिस्तान को देश के विकास, एजुकेशन, स्वास्थ्य और अन्य कार्यों पर ध्यान देना चाहिए तो वहीं, वो आतंकियों को पनाह देने का काम कर रहा है। हालांकि, पाकिस्तान की आज जो हालत है उसके पीछे उसके आतंकी ही कारण रहे हैं।