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जंग के बीच PM Modi से मिलने भारत आ रहे इस ताकतवर देश के प्रधानमंत्री, बौखला उठे US-NATO

2 अप्रैल को PM Modi से मिलने आ रहे हैं इस ताकतवर देश के प्रधानमंत्री

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब दुनिया के ताकतवर नेताओं की लिस्ट में शामिल हैं और भारत जब कोई ऐक्शन लेता है या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलते हैं तो पूरी दुनिया सुनती है। अमेरिका हो या फिर ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान, रूस हर एक देश पीएम मोदी को बड़े ही इज्जत से अपने यहां किसी समारोह में शामिल होने का न्योता देता है। इसके साथ ही बड़े से बड़े फैसलों में दुनिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चर्चा करती है। अब एक ताकतवार देश के प्रधानमंत्री 2 अप्रैल को भारत पीएम मोदी से मिलने आ रहे हैं। उनके आने की खबर से चीन और पाकिस्तान में खलबली मच गई है।

दरअसल, इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-इजरायल के बीच संबंध आपसी सराहना और सार्थक सहयोग पर आधारित हैं। उन्होंने कहा है कि, वह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए अप्रैल के पहले सप्ताह में भारत का दौरा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच इनोवेशन और टेक्नोलॉजी, सिक्योरिटी और साइबर जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है। इसके अलावा, दौरे का मकसद कृषि और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में जारी सहयोग का विस्तार करना भी है। इजरायल के पीएम के विदेश मीडिया सलाहकार ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर शनिवार 2 अप्रैल 2022 को भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा करेंगे।

इसके आगे बयान में कहा गया है कि, दोनों नेताओं की पहली मुलाकात पिछले अक्टूबर में ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) से इतर हुई थी, जब पीएम मोदी ने पीएम बेनेट को भारत की आधिकारिक यात्रा के लिए आमंत्रित किया था। इसमें कहा गया, ये यात्रा देशों और नेताओं के बीच महत्वपूर्ण संबंध की पुष्टि करेगी। साथ ही इजरायल और भारत के बीच संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ को चिह्नित करेगी। वहीं, अपना भारत दौरे को लेकर इजरायली प्रधानमंत्री काफी खुश हैं। नफ्ताली ने एक प्रेस बयान में कहा है कि, मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा करने को लेकर खुश हूं। साथ मिलकर हम अपने देशों के संबंधों को आगे बढ़ाते रहेंगे।