इस वक्त तेल की कीमतों में आग लगी हुई है। एक समय ऐसा था कि भारत में पेट्रोल के दाम 115रुपए प्रति लीटर तक चले गए थे। जिसेक बाद केंद्र सरकार ने इसमें कटौती कर काफी सस्ता कर दिया। अब रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का असर कच्चे तेल पर देखने को मिल रहा है। इस वक्त कच्चे तेल की कीमत में भारी वृद्धि आ गई है। ऐसे में कहा जा रहा है कि पेट्रोल-डीजल के दम दुनिया के साथ साथ भारत में भी जल्द बढ़ने वाले हैं। इस बीच सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसे प्लान का ऐलान किया है जिसे सुनकर देश गदगद हो गया है। इस प्लान के तहत वाहन चलाना सस्ता हो जाएगा।
नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि टैक्नोलॉजी और ग्रीन फ्यूल में तेजी से इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल की लागत कम हो जाएगी, जिससे वे अगले दो वर्षों में पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के बराबर हो जाएंगे। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय कि तरफ से 2022-23के लिए अनुदान की मांगों पर लोकसभा में जवाब देते हुए, गडकरी ने कॉस्ट इफेक्टिव भारत में बनने वाले फ्यूल को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया और आशा व्यक्त की कि यह फ्यूल जल्द ही एक वास्तविकता बन जाएगा, जिससे प्रदूषण का स्तर कम हो जाएगा और दिल्ली के वातावरण की स्थिति में सुधार होगा।
गडकरी ने सांसदों से परिवहन के लिए हाइड्रोजन तकनीक अपनाने का आग्रह करते हुए उन्हें अपने-अपने जिलों में सीवेज के पानी से ग्रीन हाइड्रोजन बनाने के लिए पहल करने को कहा। उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन जल्द ही सबसे सस्ता फ्यूल ऑप्शन होगा। उन्होंने कहा कि, मैं अधिकतम 2 वर्षों के अंदर कह सकता हूं कि, इलेक्ट्रिक स्कूटर, कार, ऑटोरिक्शा की कीमत पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर, कार, ऑटोरिक्शा के समान होगी। लिथियम-आयन बैटरी की कीमतें कम हो रही हैं। हम जिंक-आयन, एल्यूमीनियम-आयन, सोडियम-आयन बैटरी की इस केमिस्ट्री को डेवलप कर रहे हैं। अगर पेट्रोल आप 100 रुपए खर्च कर रहे हैं, तो इलेक्ट्रिक वाहन पर आप 10 रुपए (उपयोग करने के लिए) खर्च करेंगे।