पाकिस्तान में इरमान खान अपनी सरकार को बचाने के लिए पूरी कोशिशें कर रहे हैं। इसके लिए वो भारत का भी खुब सहारा ले रहे हैं। कोई भी उनका ऐसा संबोधन नहीं है जिसमें वो भारत का नाम न ले। उनका कहना है कि हमें भारत से सिखने की जरूरत है। उसकी विदेश नीतियां इतनी मजबूत हैं कि हम उसके बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। आर्मी सरकार के आदेशों का पालन करती है। यहां तक उनका यह भी कहना है कि, पाकिस्तान इस वक्त भारत से काफी पीछे चल रहा है। उन्होंने 30 मिनट में सात भार भारत का नाम लिया है और हर बार भारत की तारीफ किया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, उन्हें पाकिस्तान के तीन टुकड़े होने का डर है।
हिंदुस्तान से पाकिस्तान काफी पीछे रह गया
अपने एक इंटरव्यू के दौरान इमरान खान ने पुराने प्रधानमंत्रियों की जमकर आलोचना की और फिर तरक्की के लिए भारत का उदाहरण पेश किया। उन्होंने कहा कि, हिंदुस्तान हमारे साथ ही आजाद हुआ, लेकिन आज वो हमसे कहीं ज्यादा आगे निकल गया है। हमारे यहां रिश्वतखोरी, करप्शन, नेताओं की चोरी ने पूरे देश को बर्बाद कर दिया।
भारतीय विदेश नीति की तारीफ
खान ने आगे कहा कि, हिंदुस्तान हमारे साथ ही आजाद हुआ था। जरा उनकी फॉरेन पॉलिसी देख लें। जब सोवित यूनियन की कोल्ड वॉर चल रही थी, तब वो नॉन एलायंड थे। वे सोवियत यूनियन से भी बात कर रहे थे और अमेरिका से भी। हिंसुद्सातन ने अमेरिका से खुलकर कहा था कि हमारी सोवियत यूनियन से भी रिश्ते हैं और आप से भी अच्छे रिश्ते हैं। हिंदुस्तान की फॉरेन पॉलिसी की वजह से ही आज दे लीजिए हिंदुस्तान की पासपोर्ट की क्या इज्जत है और पाकिस्तान के पासपोर्ट की क्या इज्जत रही है।
मुसलमानों ने हिंदुस्तान में हमारे लिए वोट किया
इसके साथ ही इरमान खान ने कहा कि, मैं नजरिया पाकिस्तान के लिए राजनीति में आया। लेकिन, इन लोगों (विपक्ष) को पाकिस्तान की कोई फिक्र नहीं है। इलहमा इकबाल… जिनकी वजह से हिंदुस्तान में मुसलमानों ने अलग मुल्क पाकिस्तान के लिए वोट डाला। उनकी सोच जीनियस थी। उनका एक ख्वाब था। वह सोचते थे कि हम मुसलमानों का ऐसा मुल्क बनाएंगे जो पूरी दुनिया में नजीर बन जाएगा। खुद्दार मुल्क। जहां इंसाफ होगा। लोगों को उनका अधिकार मिलेगा। सुरक्षा मिलेगी। लेकन, इन डाकुओं ने हमें दुनिया में जलील कर दिया। आपक देखि… हमारे वीजा की क्या अहमियत है और पड़ोसी मुल्क हिंदुस्तान के वीजा को लेकर दुनिया क्या सोचती है।
हिंदुस्तान को धमकी देने की हिम्मत नहीं और हमे कोई भी सुना जाता है
इमरान खान ने कहा कि, आज हालात यह है कि पाकिस्तान को कोई भी सुना कर चला जाता है लेकिन, हिंदुस्तान को धमकी देने की किसी हिम्मत नहीं है। उन्होंने कहा कि, (अमेरिका) कहा-अगर इमरान खान ये अविश्वास प्रस्ताव जीत जाता है तो मुल्क को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ जाएगा। यूरोपियन यूनियन और बाकी देशों से आइसोलेट करने की भी धमकी भी दी गई। लेकिन अगर वो हार जाता है तब हम पाकिस्तान को माफ कर देंगे। क्या कोई हिंदुस्तान को ऐसी धमकी देने के बारे में सोच सकता है? नहीं… लेकिन हमारे लोगों (नेताओं) ने ही हमें इतना गिरा दिया है कि लोग हमें खुलकर धमकी दे रहे हैं।
पाकिस्तान के तीन टुकड़े होने का डर
इसके साथ ही इमरान ने कहा कि, मुझे पाकिस्तान के तीन टुकड़े होने का डर है। मैं एक आजाद फॉरेन पॉलिसी बना रहा हूं। इसके खिलाफ लोग साजिश कर रहे हैं। सारे मुसलमान देश देख लें। एक-एक मुल्क जिनके पास तगड़ी फौज थी उन्हें कमजोर किया गया। इराक, ईरान, सीरिया, लिबिया, सोमालिया.. जिनकी भी आजाद फॉरेन पॉलिसी थी। उन्हें बर्बाद कर दिया गया। अब यही हमारे साथ करने की कोशिश हो रही है। अगर हमारी मजबूत फौज न हो तो ये दुश्मन देश के तीन टुकड़े कर सकते हैं। इसलिए मैं कभी भी अपनी फौज के खिलाफ बात नहीं करुंगा। चाहे जो हो जाए।