इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव को रोकने के कई प्रयासों के बावजूद, प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से बाहर कर दिया गया। इमरान खान विश्वास मत हार गए। इसी के साथ ही पाकिस्तान में अब नए प्रधानमंत्री का रास्ता भी साफ हो गया है। जिसके लिए शाहबाज शरीफ प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। 342 सदस्यीय सदन में 174 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जबकि सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्य मतदान के दौरान अनुपस्थित रहे।
जिसके चलते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से इमरान खान की विदाई हो गई। वो भी ऐसे दिन जब देश के संविधान निर्माण का दिवस हो। आपको बता दें कि पाकिस्तान के संविधान को 10 अप्रैल को लागू किया गया था। इसी दिन इमरान खान की सरकार गिर गई। पीएमएल नवाज और पीपीपी के नेताओं ने कहा कि आज संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का दिन है। पिछले 33 दिनों से पाकिस्तान में राजनीतिक भूचाल आया हुआ था। 8 मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिए जाने के बाद से लगातार राजनीति गरमाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते शनिवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव के मतदान हुए।
पाकिस्तानी नेशनल असेंबली की कार्रवाई 12 घंटे से ज्यादा समय तक चली। शनिवार को शुरू हुई कार्रवाई शाम तक पूरा होने की उम्मीद की जा रही थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत रात 12 बजे से पहले स्पीकर को सदन की कार्रवाई पूरा कराने का निर्देश दिया गया था। लेकिन, उन्होंने इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। उनके साथ-साथ डिप्टी स्पीकर ने भी इस्तीफा दे दिया। इस प्रकार सदन की कार्यवाही रविवार को भी जारी रही। 10 अप्रैल रात करीब 1.20 मिनट पर इमरान खान की विदाई की घोषणा हुई। गौरतलब है कि किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।