पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने जनता की जेब पर एक बार फिर से कैंची चलानी शुरू कर दी है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण रूस-यूक्रेन जंग है। इस जंग के चलते न सिर्फ भारत पर बल्कि दुनियाभर में तेल की कीमतों में भारी इजाफा हुआ है। कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल के चलते पेट्रोल-डीजल महंगा हो गया है। भारत में तो फिर भी ज्यादा महंगा नहीं हुआ है लेकिन, पश्चिमी देशों में तो 52 प्रतिशत से भी ज्यादा दामों में इजाफा हुआ है। साथ ही दुनियाभर में तेल की कीमतों के साथ ही घरेलू गैस की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। भारत के लिए अच्छी खबर है क्योंकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देशवासियों के हित में काम कर रहे हैं और उनके लिए जनता से बढ़कर कुछ नहीं है। ऐसे में जनता को जल्द ही एक बार फिर से तेल पर अच्छी खबर मिलने वाली हैं। क्योंकि, मोदी सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाने पर विचार कर रही है।
मोदी सरकार आम लोगों को पेट्रोल-डीजल की महंगाई से राहत देने पर विचार कर रही है। हालांकि, यह राहत अभी केवल फौरी तौर पर ही दी जाएगी। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस मंत्रालय (Ministry of Petroleum and Natural Gas) तेल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी (Petrol-Diesel Excise Duty) को लेकर वित्त मंत्रालय के साथ बातचीत कर रही है। अगर यह बातचीत सफल रहा तो पेट्रोल और डीजल के दामों में तत्काल कटौती की जा सकती है।
बता दें कि, केंद्र सरकार ने पिछले साल नवंबर में भी पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कमी की थी। नवंबर 2021 में जनता को दिवाली गिफ्ट देते हुए सरकार ने तेल पर एक्साइज ड्यूटी को कम किया था। उस वक्त सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। जिसके बाद कुछ राज्यों ने भी अपने यहां वैट में कटौती की थी। केंद्र सरकार के इस कदम से पेट्रोल डीजल के दामों में 10 रुपए तक की गिरावट आई थी।