मध्यप्रदेश, गुजरात और दिल्ली में सांप्रदायिक दंगों जैसी वारदातें यूपी में भी न हों इसलिए सीएम योगी आदित्य नाथ ने जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निरोधात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। योगी ने कहा है कि किसी भी मस्जिद या मंदिर से माइक लाउड स्पीकर की आवाज मस्जिद परिसर से बाहर न आए। खुफिया विभाग से मिल रही सूचनाओं के बाद 4 मई तक पुलिस व प्रशासन के अफसरों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नमाज-अजान, पूजा-पाठ मस्जिद-मंदिर के भीतर ही हों। सड़क या सार्वजनिक स्थान को रोक कर कोई धार्मिक आयोजन न हो।
योगी ने कहा कि कोई शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस बिना अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए। हालिया दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पर्वों का आयोजन हुआ। यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा। प्रदेश में हर एक नागरिक की सुरक्षा हम सभी का प्राथमिक दायित्व है। हमें अपने इस दायित्व के प्रति सदैव सतर्क रहना होगा।
योगी ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन हो सकता है। इसलिए, पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। एसओ, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी, मंडलायुक्त तक सभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की 4 मई तक छुट्टी निरस्त रहेगी। जो छुट्टी पर हैं, अगले 24 घंटे के भीतर तैनाती स्थल पर वापस लौटें। सीएम कार्यालय इसकी मॉनिटरिंग करें।