चीन पिछले सालों से लगातार टाइवान के क्षेत्र में घुसपैठ कर रहा है। इक सालों के दौरान शायद ही कोई ऐसा दिन गया हो जिस दिन चीन ने अपने लड़ाकू विमानों को टाइवान के क्षेत्र में न भेजा हो। दरअसल, इन हरकतों से चीन ताइवान को मानसिक तौर से परेशान करना चाहता है। चीन का यह पुराना पैंतरा है। लेकिन, अब ऐसा लगता है पानी नाक से ऊपर चला गया है। क्योंकि, ताइवान ने भी अब एक्शन लेना शुरू कर दिया है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स (PLAAF) के दो सुखोई फाइटर जेट ताइवान के एयर स्पेस में घुस गए थे। चीन के फाइटर जेट के एयर स्पेस में घुसने के बाद ताइवान की सेना भी अलर्ट हो गई और ड्रैगन को जवाब देने के लिए अपने दो लड़ाकू विमान भेज दिए। इसके साथ-साथ ताइवान की सेना ने रेडियो अलर्ट भी जारी कर दिया। ताइवान के लड़ाकू विमान को देख चीन के फाइटर जेट वापस लौट गए। चीनी फाइटर जेट को ट्रैक करने के लिए ताइवान ने अपने वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों की भी तैनाती कर दी।
दोनों ही विमान को ताइवान एयर स्पेस के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में डोंगशा द्वीप के उत्तर पूर्व में 9,800 मीटर की ऊंचाई पर ट्रैक किया गया था। ऐसा पहली बार नहीं है जब चीनी फाइटर जेट ताइवान के एयर स्पेस में घुसे हो। इससे पहले भी चीन कई बार यह हिमाकत कर चुका है। बता दें कि, चीन लगातार दावा करता आया है कि ताइवान उसका ही हिस्सा है और वो जब चाहेगा तब उसे अपने में शामिल कर लेगा। पिछले कुछ समय से चीन लगातार धमकी भी दे रहा है। जिसके बाद अमेरिका बीच में आ चुका है। अमेरिका का कहना है कि, अगर उसने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका चुप नहीं बैठेगे और इससे चीन को भारी नुकसान होगा।