चीन ऐसा देश है जो अपनी कई करतूतों के चलते हमेशा से चर्चा में बना रहता है। अभी कुछ समय तक तो कई देशों संग सीमा विवाद को लेकर दुनिया भर में चर्चा में था। अब अपनी कोविड जीरो पॉलिसी को लेकर सुर्खियों में है। जब पूरी दुनिया में कोरोना के मामलों में कमी देखी जा रही है तो वहीं, चीन में कोरोना के केसेसे में भारी उछाल आया है। जिसके चलते कई शहरों में सख्त पाबंदियों के साथ ही लॉकडाउन लगा दिया गया है। चीन की लॉकडाउन पॉलिसी इतनी सख्त है कि, लोग घरों से बाहर तक नहीं निकल पा रहे। अब चीन की एक बेहद ही घटिया करतूत सामने आई है। चीन लोगों को जबरदस्ती जमीन पर लिटाकर कोरोना टेस्ट कर रहा है। सोशल मीडिया पर इसके कई सारे वीडियो सामने आए है जिसके बाद चीन सरकार की घोर नींदा हो रही है।
The woman was forced to do COVID-test in China. https://t.co/2E5Ba0nf15
— Dr. Ware Fong_美国方博士 (@WeisheJiang) April 29, 2022
चीन में कोरोना को लेकर कई सारे वीडिया सामने आए जिसमें ड्रैगन की पोल खुली और इस वक्त बी एक ऐसा वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है जिसमें कोविड टेस्ट के लिए महिला को जमीन पर नीचे गिरा दिया गया है। जैसे ही वीडियो शुरू होता है, महिला एक टेस्ट सेंटर के फर्श पर लेटी हुई दिखाई दे रही है जिसके ऊपर एक पुरुष है। वह चिल्ला रही है और जबरदस्ती टेस्ट का विरोध करने की कोशिश कर रही है, लेकिन वह आदमी उसके हाथों को अपने घुटनों से दबा लेता है और उसे मजबूती से पकड़ लेता है।
इसके बाद जबरन ही महिला का मुंह खोला जाता है और तभी सूट पहने स्वास्थ्यकर्मी स्वाब सैंपल लेता है। मीडिया रिपोर्ट में वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है। इस वीडियो को इंटरनेट पर खूब शेयर किया जा रहा है। एक यूजर ने ट्वीट करके कहा कि यह कितना भयावह है। कैसे गरीब और कमजोर लोगों को अपने वश में किया जाता है। यह दुखद है, बिल्कुल असहनीय है।
Chinese government will break your home to force you take a Covid test and vaccine pic.twitter.com/NHzS9pnaWX
— Songpinganq (@songpinganq) March 19, 2022
इसके अलावा एक और वीडियो सामने आया है जिसमें चीनी स्वास्थ्य कर्मियों को अनिवार्य कोविड टेस्ट के लिए जबरदस्ती करते देखा जा सकता है। एक बूढ़े व्यक्ति के घर में जबरन घुस कर उसका कोविड टेस्ट किया। वीडियो को पहले चीन में ट्विटर के समकक्ष वीबो पर पोस्ट किया गया था, और फिर अन्य प्लेटफॉर्म पर भी शेयर होना शुरू हो गया। यह वीडियो किस स्थान पर लिया गया है, इसका पता नहीं है। लेकिन यह ऐसे समय में आया है जब शंघाई के निवासी एक महीने से अधिक समय से कड़े लॉकडाउन के दौर से गुजर रहे हैं।