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Pakistan सेना की कठपुतली बन कर रह गए प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ! आर्मी खुद तय करेगी अगला Army Chief

Pakistan सेना की कठपुतली बन कर रह गए शाहबाज शरीफ!

दुनिया जानती है कि पाकिस्तान की सत्ता का रास्ता आर्मी से होकर जाता है। आर्मी चीफ जिसे चाहे उसे ही प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाएंगे। लेकिन, इस बार आर्मी चीफ का चयन प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ नहीं बल्कि, खुद पाकिस्तान आर्मी तय करेगी। ऐसे में जानकारों का कहना है कि, पाकिस्तान में सेना एक बार फिर से पुराना खेल शुरू कर दिया है। सरकार से जुड़े अहम फैसले आर्मी ही लेने लगी है। हालांकि, संवैधानिक प्रमुख के चलते जनरल चुनने का अधिकार पीएम शाहबाज शरीफ का है लेकिन, उन्हें इससे दूर रखा गया है। ऐसे में ये दखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि, पीएम शरीफ सिर्फ कठपुतली बन कर रह गए हैं।

पाकिस्तानी सेना न केवल नए जनरल का चयन करेगी, बल्कि उनसे संबंधित सारे सरकारी फैसले भी करेगी। दरअसल, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इस वक्त अपने बुरे दौर से गुजर रही है। देश में हर एक चीजों के दामों में भारी वृद्धि हो चुका है। देश जबरदस्त महंगाई का भूचाल आया हुआ है। इसके साथ ही अन्य चीजों को लेकर सेना चिंतित है। ऐसे में पाकिस्तान आर्मी कोई बड़ा दाव नहीं लगाना चाहिए इसलिए जनरल का पद किसे सौंपा जाए उसका फैसला वो खुद लेगी।

आर्मी के निर्देशों पर काम करेंगे प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ

ऐसे में यह साफ है कि, प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अपने मन मुताबिक फैसले नहीं ले सकते। वो सेना के निर्देशों का पालन करते हुए काम करेंगे। वहीं, पाकिस्तानी अखबार इस्लाम खबर के मुताबिक, आर्थिक मजबूती के बगैर कोई नेता, सेना को पाकिस्तान में सर्वोच्च शक्ति संपन्न बने रहने से रोक नहीं सकेगा। पाकिस्तानी सेना का पाक सत्ता पर प्रभाव उस दौरान भी देखने को मिला था, दब ISPR के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने 14 अप्रैल 2022 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा और ISI के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम से उस वक्त प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा संपर्क किया गया था, जब इमरान सरकार को लेकर गतिरोध कायम था।

इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि, पाकिस्तान की राष्ट्रीय राजनीति में मौजूदा बदलाव इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल बाजवा और खुफिया सेवाओं के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद के बीच सक्ता के खेल के रूप में शुरू हुआ था। हमीद को बाजवा की जगह लेने की उम्मीद थी, लेकिन, इमरान खान के खिलाफ जाकर अक्टूबर में लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को ISI का नया प्रमुख बनाया गया। इसी के बाद पिछले महीने इमरान खान को पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल कर दिया गया।