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30 रुपये महंगा हुआ Petrol-Diesel पहुंचा 200 के पार, भारत नहीं मगर इस देश में…!

India के इस पड़ोसी देश में लगी महंगाई की आग

पाकिस्तान में इस वक्त महंगाई अपने चरम पर है। देश का विश्व कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते पाकिस्तानी रुपया तेजी से नीचे गिर रहा है। नई सरकार शाहबाज शरीफ के सामने इस वक्त की सबसे बड़ी चुनौती देश की गिरती अर्थव्यवस्था है। आलम यह है कि यहां हर एक चीजों के दामों में भारी वृद्धि हो गई है। पेट्रेल-डीजल की कीमतों में तो आग ही लग गई है। एक ही दिन में 30रुपये इनके दाम बढ़ा दिए गए हैं। जिसके बाद मुल्क में पेट्रोल-डीजल 200के पार पहुंच गए हैं। इसके साथ ही बिते दिनों घी और खाना पकाने के तेल की कीमतों में इजाफा हुआ था। सीधे 208रुपए और 213रुपए की बढ़ोतरी की गई है। पाकिस्तान में इस वक्त डालडा घी 555रिफाइंड 600रुपये से ऊपर चला गया है। इसके साथ ही बाकी चीजों के भी दामों में भारी वृ्द्धि है। खैर अभी पेट्रेल-डीजल के बारे में बात करते हैं।

पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने घोषणा की है कि, पेट्रोल की कीमतों में 30रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई है। यह एक हफ्ते में दूसरी बार बढ़ाए गए हैं। इसके बाद पेट्रोल का दाम पाकिस्तान में 209.86रुपए हो गया है। वहीं डीजल की कीमतें 204.15रुपए लीटर हो गईं। इससे पहले भी बृहस्पतिवार को पेट्रोल की कीमतों में 30रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने गुरुवार को कहा कि 30रुपए बढ़ाने के बावजूद भी सरकार को 9रुपए का नुकसान हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम ईंधन पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं जमा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से हर रोज बातचीत कर रही है। हम सभी मांग नहीं मान सकते लेकिन कुछ प्वाइंट्स पर हम सहमत हो सकते हैं।

पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम बढ़ते ही अन्य चीजों पर भी इसका असर दिखने लगा है। हालांकि, पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने दावा किया है कि वह बाकी चीजों की कीमतों को स्थिर रखना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि गेहूं की कीमतें 70रुपए प्रति किलो और 40रुपए प्रति किलो पर बनी रहे। इससे पहले भी कीमतों की बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद पीएम शहबाज शरीफ ने महंगाई का ठीकरा इमरान खान पर फोड़ा और कहा कि देश को दिवालिया होने से बचाने के लिए ऐसा करना पड़ रहा है।

बता दें कि, हाल में अपने एक बयान में पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने कहा था कि, उन्हें अमेरिकी प्रतिबंधों का डर है। अगर ऐसा नहीं होता तो पाकिस्तान भी रूस से सस्ता तेल खरीदता। इस्माइल ने कहा कि, हमें लगता है कि पाकिस्ती बैंकों के लिए यह संभव नहीं है। साथ ही यह भी दावा किया कि पाकिस्तान को अभी तक रूस से सस्ते तेल का कोई ऑफर नहीं मिला है। हालांकि उन्होंने यह माना कि इमरान खान सरकार ने रूस से सस्ते तेल को लेकर बातचीत की थी।