उद्धव ठाकरे इस वत्त 2019 में की गई बगावत की भरपाई कर रहे हैं। क्योंकि ये उन्हीं बालासाहब ठाकरे की पार्टी शिवसेना है जिन्होंने वादा किया था कि वो कांग्रेस में कभी शामिल नहीं होंगे। लेकिन, कुर्सी की लालच अच्छे-अच्छों को अपने पुर्वजों के वादों को भूलने पर मजबूर कर देती है। यही हुआ 2019 में जब महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुआ तो भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा। लेकिन, कुर्सी की लालच में शिवसेना ने बालासाहब ठाकरे के वादे को दरकिनार करते हुए कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिला लिया।
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी नंबर 1 पार्टी रही। बीजेपी ने 105 सीटों पर जीत हासिल की। शिवसेना दूसरे नंबर पर 56 सीटों पर जीत हासिल की। इस बड़े अंतर को देखकर तय हो गया था कि, महाराष्ट्र के सीएम की कुर्सी पर एक बार फिर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस बैठेंगे। लेकिन, शिवसेना की भी नजजर सीएम कुर्सी पर थी और इसके लिए बीजेपी का साथ छोड़ते हुए राज्य में तीसरे और चौथे नंबर पर रही पार्टी एनसीपी और कांग्रेस के साथ जा मिली और सीएम पद की कुर्सी पर उद्धव ठाकरे जा बैठे। आज आलम यह है कि वही कुर्सी उद्धव से छीन गई है। उनके अपने ही नेता बगावत पर उतर आए हैं। इस बीच 2019 का एक ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीश का शायराना अंदाज नजर आ रहा है।
दरअसल, साल 2018 में बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए नाना पटोले को एक दिसंबर 2019 रविवार के दिन महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। इसी दौरान महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने दिल का दर्द शायराना अंदाज में बयां करते हुए कहा 'मेरा पानी उतरते देख, मेरे किनारे पर घर मत बना लेना। मैं समन्दर हूं, लौट कर जरूर आऊंगा।' देवेंद्र फडणवीश इस वक्त सोशल मीडिया पर जमकर छाए हुए हैं। उनका महाराष्ट्र विधानसभा में विरोधियों पर किया गया ये शायराना अंदाज खूब वायरल हो रहा है।
देखें वीडियो
मेरा पानी उतरता देख
मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना
मैं समंदर हूँ
लौटकर वापस आऊँगा ! #Maharashtra #MaharashtraAssembly pic.twitter.com/erM8LJeQKi— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 1, 2019
अब महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद से महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार गिरने के कयास लग रहे थे। जिस पर अंतिम मुहर उद्धव ठाकरे के सीएम पद के इस्तीफा देते ही लग गई। वहीं अब एकनाथ शिंदे ग्रुप की मदद से बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में वापसी कर सकती है।