बिहार में हाल ही में आतंक के पाठशाला को लेकर भाड़ाफोड़ हुआ था। इसे लेकर हर दिन नए-नए चौकाने वाले खुलासे आने लगे हैं। ये इंडिया वीजन 2047 पर काम कर रहे थे। इनका टार्गेट था 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाना। दिल्ली आइबी के इनपुट पर फुलवारी शरीफ की पुलिस टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी के पूर्व सदस्य अतहर परवेज और झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया था। अब बड़ा खुलासा हुआ है कि, 15 हजार युवाओं को इस टेरर मॉड्यूल के तहत हथियार चलाना सिखाया गया है। सबसे बड़ी बात यह कि इस आतंकी ट्रेनिंग की जिम्मेदारी PFI के कुख्यात रसलान को मिली थी।
फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल पर काम कर रहे अतहर परवेज और अरमान मल्लिक की गिरफ्तारी के बाद एक पर एक खुलासे हो रहे हैं। PFI के दफ्तर के नाम पर पटना के फुलवारी शरीफ में टेरर ट्रेनिंग कैंप चला रहे अतहर परवेज और अरमान मल्लिक ने बिहार के 15000 से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दिलाई है। दोनों ने सूबे के करीब 15 जिलों में कैंप ऑफिस खोल कर इन युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दिलाने का काम किया। बिहार में PFI ने इसके लिए सीमांचल क्षेत्र में आने वाला जिला पूर्णियां को हेडक्वॉटर बनाया था। पूर्णियां में हेडक्वाटर की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस की टीम वहां छापेमारे करने पहुंची तो वहां से गायब मिला। ऑफिस बंद था। वहां आने-जाने वाले लोग भी गायब थे।
मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, पुलिस ने वहां से एक रजिस्टर बरामद किया है जिसमें उस ऑफिस से जुड़े लोगों का नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखा हुआ है। जिसे पुलिस एक-एक कर खंगाल रही है। पुलिस अब नाम और मोबाइल नंबर के आधार पर उनकी कुंडली खंगाल रही है। गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ के बाद जो खुलासे हो रहे हैं उसके मुताबिक पीएफआई के मिशन 2047 के तहत भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मकसद से मार्शल आर्ट की आड़ में मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने और दंगे फैलाने के लिए तैयार किया जा रहा था। गजवा-ए- हिंद और भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने के लिए India vision 2047 पर काम कर रहे आतंकियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि बिहार में PFI 15 हजार से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को अस्त्र-शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग दे चुका है।
ये लोग बेरोजगार और अनपढ़ युवाओं को टारगेट करते थे फिर संगठन से जोड़ उनका ब्रेनवॉश करते थे। उसे इस्लाम और कई दूसरी चीजे बताई जाती थी। इशके बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए तैयार किया जाता था। खबर है कि, संदिग्ध संगठन PFI का कुख्यात रससलान को बिहार में आतंकी ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी दी गई थी।