सत्ता से बेदखल होने के बाद से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए हैं और आए दिन शाहबाज सरकार और पाकिस्तान फौज को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। इमरान खान इसके लिए जमकर पाकिस्तान में अलग-अलग जगहों पर रैलियां कर रहे हैं। इन्हीं रैलियों में वो अपने बयान को लेकर सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दुनियाभर में चर्चा में छाए हुए हैं। इसके साथ ही अपने खिलाफ अविश्वास मत आने के बाद से ही अमेरिका पर जमकर निशाना साधते रहे। उनका कहना था कि, अमेरिका के ही चक्कर में उनकी सरकार गिरी है। इमरान खान लगातार नई सरकार पर हमलावर हैं। इसके साथ ही उनका कहना है कि, पाकिस्तान में जल्द चुनाव होना चाहिए। इसी से दूर होगा संकट।
इमरान खान ने शहबाज शरीफ की सरकार से देश में जल्द चुनाव कराने की मांग की है। खान का कहना है कि, सिर्फ जल्द चुनाव कराकर ही पाकिस्तान में चल रहे आर्थिक और राजनीतिक संकट को खत्म किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान को आर्थिक संकट से बचाने के लिए जल्द चुनाव कराना जरूरी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसके साथ ही चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा है। खान का दावा है कि चुनाव आयोग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के भी खिलाफ है। उनक कहना है कि देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिये ही खत्म किया जा सकता है। लेकिन चुनाव आयोग इसके खिलाफ है।
इसके साथ ही अपने एक संबोधन में इमरान खान ने कहा कि, पाकिस्तान की जनता एक राष्ट्र के रूप में तब्दील हो गई है। जिस तरह से सत्तारूढ़ दल की ओर से हमारे खिलाफ रणनीति बनाई गई और इनके बावजूद पीटीआई सफलतापूर्वक सामने आई, यह एक चमत्कार है। खान ने दावा किया कि, सत्ता में जब वो थे तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ठीक ओर जा रही थी। उन्होंने इस दौरान शक्तिशाली लोगों को भी इसे लेकर चेतावनी दी थी।
इमरान खान का मानना है कि, उनकी सरकार के दौरान पाकिस्तानन कृषि क्षेत्र में काफी आगे जा रहा था। देश की सभी चार प्रमुख फसलों का उत्पादन भी बेहद अच्छा हो रहा था। कोविड-19 हालातों से निपटने की प्रशंसा अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने की थी। उन्होंने कहा कि, मेरी सरकार के दौरान पाकिस्तान ऊंचाई पर जा रहा था, इसीलिए हमारी सरकार के खिलाफ साजिश रची गई।