अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान यात्रा से चीन चीढ़ा हुआ है। पेलोसी ने अपनी इस यात्रा पर यह साफ कर दिया कि, अमेरिका किसी भी कीमत पर अब ताइवान का साथ नहीं छोड़ेगा। उनकी इस यात्रा को चीन ने उकसावा बताया और इसी के बाद ताइवान के आसपास के छह क्षेत्रों में मिसाइल दागने समेत सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया था। उसने धमकी भी दी कि अगर जरूरत पड़ी तो ताइवान पर बलपूर्वक कब्जा जमा लेगा। लेकिन, चीन इस वक्त दुनिया में अकेला खड़ा है। अगर वो ताइवान पर हमला बोलता है तो उसे सिर्फ अमेरिका नहीं बल्कि कई सारी महाश्कतियों से निपटना होगा।
चीन बहुत अच्छे से जानता है कि, अगर उसने ताइवान पर हमला किया तो उसे इसका अंजाब बुरी तरह भुगतना होगा। क्योंकि, इस जंग में चीन को कुछ ही देशों का साथ मिलेगा। लेकिन, ताइवान को दुनिया के महाश्कितशाली देशों की शक्ती मिलेगी। चीन चाह कर भी ताइवान पर हमला नहीं कर सकता है। वो सिर्फ मानसिक रूप से दबाव बना रहा है। ठीक उसी तरह जैसे नेंसी पेलोसी की यात्रा से पहले वो कह रहा था कि अगर उन्होंने ताइवान में आने की हिमाकत की तो वो उनके जहाज को मार भी सकता है। चीनी विदेश मंत्री ने तो यह भी कहा था कि, चीन की सेना हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठी रहेगी। उधर बाइडन संग फोन पर बातचीत पर शी जिनपिंग बुरी तरह भड़क गए थे और अमेरिका को ताइवान से दूर रहने की सलाह दी थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि, अमेरिका आग से खेलने की कोशिश मत करो वरना जल जाओगे। ये सब चीन मानसिक रूप से रणनीति तैयार कर रहा था कि, अगर ऐसे डरा देते हैं तो वो अपना काम कर लेगा। लेकिन, पेलोसी ताइवान पहुंच कर चीन के अर्मानों पर पानी फेर दिया।
चीन कि दुश्मनी उसके आस पास के जितने भी देश हैं हर किसी से है। चाहे भारत हो, फिलिपीन्स हो, वियतनाम के अलावा कई अन्य देश चीन की हरकतों से परेशान हैं। यहां तक कि पश्चिमी देश तो चीन पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए काफी समय से मौके की तलाश में है। ऐसे में चीन ने अगर ताइवान पर हमला बोला तो उसके खिलाफ ये सारे देश होंगे और चीन के आसपास के देशों के क्षेत्रों को अमेरिका बहुत अच्छे से इस्तेमाल करेगा। ऐसे में चीन किसी भी कीमत पर ताइवान पर हमला नहीं बोला। उधर अमेरिका और इंडोनेशिया मिलकर सैनभ्यास कर रहे हैं। साथ ही फिलिपीन में अमेरिका ने अपना सातवा बेड़ा भी उतार दिया है। जापान भी तैयार बैठा है। ऐसे में चीन सिर्फ धमकी दे सकता है। हमला नहीं करेगा।